जानिए कौन थे सुचिर बालाजी? जिसने बड़ा रखी थी Open AI की मुश्किलें! अभी तक नहीं सुलझ पाया मौत का रहस्य

26 नवंबर को सुचिर बालाजी अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। हालांकि पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या करार दिया था। लेकिन अभी तक सुचिर बालाजी की मौत का रहस्य सुलझ नहीं पाया है।

Rishabh Namdev
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जानिए कौन थे सुचिर बालाजी? जिसने बड़ा रखी थी Open AI की मुश्किलें! अभी तक नहीं सुलझ पाया मौत का रहस्य

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्चर सुचिर बालाजी 26 नवंबर को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। इस रहस्यमई मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। हालांकि पुलिस शक जता रही है, कि यह आत्महत्या का मामला है। 26 साल के इंडो-अमेरिकन सुचिर कुछ समय पहले ही दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गए थे। दरअसल उन्होंने OpenAI कंपनी को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे।

सुचिर बालाजी की मौत के मामले में पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी भी गड़बड़ी के सबूत नहीं मिले हैं। जिसके चलते यह आत्महत्या का मामला हो सकता है। हालांकि अभी तक इस मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।

कैसे सुचिर बालाजी ने बड़ाई Open AI की मुश्किलें?

नवंबर 2020 से अगस्त 2020 तक सुचिर बालाजी OpenAI के लिए काम करते थे। इस दौरान दुनिया भर में उनके नाम की चर्चा छिड़ गई थी। दरअसल सुचिर बालाजी ने OpenAI के लिए काम करने के दौरान कंपनी के बारे में कई बड़े खुलासे किए। न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए गए एक इंटरव्यू में सुचिर बालाजी ने बताया था कि ‘OpenAI का बिजनेस मॉडल स्टेबल मॉडल नहीं है, OpenAI का इंटरनेट इकोसिस्टम बहुत ही बेकार है।’ इतना ही नहीं सुचिर बालाजी की ओर से कंपनी पर कई आरोप लगाए गए थे। सुचिर बालाजी का कहना था कि कंपनी प्रोग्राम डेवलप करने के लिए अमेरिका के कॉपीराइट नियमों का उल्लंघन कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने बाकी कर्मचारियों को भी कंपनी छोड़ने के लिए कहा था। वहीं इसके बाद एलन मस्क का रिएक्शन भी इसे लेकर आया था। बाद में एलन मस्क ने OpenAI पर एक केस भी दायर किया था। वहीं इन सब मामलों के बाद सुचिर बालाजी का नाम चर्चा का विषय बन गया था।

जानिए कौन थे सुचिर बालाजी?

बता दें कि सुचिर बालाजी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से कंप्यूटर साइंस की डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने OpenAI में इंटर्नशिप की थी। OpenAI में जब GPT 4 नाम की नई परियोजना जारी की जा रही थी। उस समय 2022 में सुचिर बालाजी भी उस टीम का हिस्सा थे। सुचिर बालाजी और उनकी टीम GPT 4 के लिए डाटा इकट्ठा कर रही थी। हालांकि 2022 में सुचिर बालाजी ने यह महसूस किया कि OpenAI कंपनी प्रोग्राम डेवलप करने के लिए अमेरिका के कॉपीराइट कानून का उल्लंघन कर रही है। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में इस मामले का खुलासा किया था।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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