UPPSC : उम्मीदवारों को लगा बड़ा झटका, स्थगित हुई परीक्षा, इन नई तारीखों की संभावना

आयोग द्वारा 27 अक्टूबर को प्रस्तावित परीक्षा स्थगित करने के संबंध में पत्र जारी किए जाने के बाद तिथि को लेकर अभ्यर्थियों की उलझन भी खत्म हो गई है।

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UPPSC : उत्तर प्रदेश में उम्मीदवारों को बड़ा झटका लगा है। दरअसल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 27 अक्टूबर को प्रस्तावित सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा स्थगित कर दी है। साथ ही इसकी तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। वहीं उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट की मदद से आधिकारिक नोटिस चेक कर सकते हैं।

पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के केंद्र निर्धारण को लेकर 18 अक्टूबर को मुख्य सचिव मनोज कुमार की अध्यक्षता में बैठक प्रस्तावित है। इसमें आयोग पीसीएस परीक्षा के लिए केंद्र बनाने में आ रही समस्याओं को रखेगा और संभव है कि इस बैठक में कोई रास्ता निकले। ऐसी स्थिति में 22 दिसंबर को प्रस्तावित RO/ARO प्रारंभिक परीक्षा पर मंडरा रहा संकट भी खत्म होने की उम्मीद बढ़ जाएगी।आयोग द्वारा 27 अक्टूबर को प्रस्तावित परीक्षा स्थगित करने के संबंध में पत्र जारी किए जाने के बाद तिथि को लेकर अभ्यर्थियों की उलझन भी खत्म हो गई है।

परीक्षा प्रभारी हर्ष देव पांडेय ने बताया कि यूपी पीसीएस (प्रक्रिया का विनियमन) अधिनियम-1985 में संशोधन के दृष्टिगत आयोग के नियमों में कुछ बदलाव के कारण 27 अक्टूबर को होने वाली पीसीएस परीक्षा को आगे बढ़ा दिया गया है। यह परीक्षा अब दिसंबर माह के मध्य तक आयोजित होने की संभावना है।

अब इन नई तारीखों को होगी परीक्षा

उधर जनपदों से मानक के अनुरूप परीक्षा केंद्र प्राप्त होने के बाद आयोग परीक्षा की नई तिथि व कार्यक्रम जारी करेगा। आयोग ने सात और आठ दिसंबर को दो दिन पीसीएस परीक्षा आयोजित करने के लिए 51 जनपदों के जिलाधिकारियों से उत्तर प्रदेश परीक्षा अध्यादेश के मानकों के अनुरूप केंद्रों की सूची मांगी है। इसमें 5.76 लाख आवेदकों की परीक्षा केंद्र निर्धारण के नए मानकों के तहत एक दिन में कराना संभव नहीं हो पा रहा था। इस कारण पहले आयोग ने 26 और 27 अक्टूबर यानी दो दिन परीक्षा की तैयारी की थी और अब सात और आठ दिसंबर को कराने की योजना बनाई है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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