आंध्र प्रदेश, डेस्क रिपोर्ट। छात्राओं (girls student) को प्रशासनिक अधिकारियों (Administrative officers) की जिम्मेदारी से रुबारु कराने की शुरु की गई पहल (The initiative) के चलते आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले (Anantapur district) में एक 12वीं की छात्रा को एक दिन का कलेक्टर (one day collector) बनाया गया।
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (International Girl’s Day) के मौके पर गरलादिन मंडल कस्तूरबा विद्यालय (Garladin Mandal Kasturba School) की कक्षा 12 की छात्रा श्रावणी (Sravani) ने जिला कलेक्टर (district collector) के रूप में कार्यभार संभाला। उन्हें कलेक्टर गंधम चंद्रू, संयुक्त कलेक्टर निशांत कुमार और अन्य जिला अधिकारियों द्वारा कार्यालय में आमंत्रित किया गया था और औपचारिक रूप से कलेक्टर की कुर्सी पर बैठाया गया था। जिला कलेक्टर वारंट के शीर्षक की जिम्मेदारी को पूरा करते हुए, उसने एक अधिनियम में पीड़ित को मुआवजे की अस्वीकृति को मंजूरी देते हुए एक फाइल पर हस्ताक्षर किए। अनंतपुर के जिला कलेक्टर गंधम चंद्रुडु (Collector Gandham Chandru) की इस अनोखी पहल, जिसे बालिक भाविश्त यानि बालिका भविष्य है कहा जाता है, जिसका उद्देश्य युवा लड़कियों में आत्मविश्वास जगाना था।
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बता दें कि चंद्रु द्वारा शुरू किए गए अनंतपुर जिले में अपनी तरह के पहले कार्यक्रम में, सरकारी स्कूल (government schools) के छात्रों के नाम यादृच्छिक रूप (randomly) से तैयार किए गए थे और उन्हें विभिन्न स्तरों पर प्रशासनिक अधिकारियों के कर्तव्यों (Duties of Administrative Officers) को पूरा करने के लिए कहा गया था। दो अन्य लड़कियों, मधु श्री और सहस्र, को दिन के लिए संयुक्त कलेक्टर चुना गया। लड़कियों ने जिले भर के 63 क्षेत्रों में तहसीलदार के रूप में भी काम किया।
इस पहल की आवश्यकता के बारे में बताते हुए, कलेक्टर गंधम चंद्रु ने कहा कि “इस कार्यक्रम को छात्रों को अपने लक्ष्यों को चुनने और उच्च स्तर तक पहुंचने के लिए, साथ ही अध्ययन करने के लिए और अधिकारियों की जिम्मेदारी का अनुभव करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जब महिलाओं द्वारा ज़िम्मेदारी के अधिकांश पदों को रखा जाता है तो लोगों के साथ न्याय किया जाएगा। ” कलेक्टर कार्यालय में महिला कर्मचारियों ने कहा कि इस तरह के अनुभव से लड़कियों के आत्मसम्मान में सुधार होगा और उन्हें कठिन अध्ययन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
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वहीं इस पहल की केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी तारीफ की है। मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ऑफिस में काम करती हुई छात्रा श्रावणी की फोटो अपने ट्विटर पर साझा की और लिखा कि “अनंतपुर एपी के एक खेत मजदूर की बहादुर बेटी 16 वर्षीय एम श्रावणी ने अनंतपुर जिला का कार्यालय संभाला। एक दिन के लिए 1 बनी कलेक्टर।”
16-year old M. Sravani, brave daughter of a farm labourer of Anantapur AP, assumed office of Anantapur Dist. Collector on 11th Oct. for one day.
District Administration had decided to give an opportunity to one girl each as head of all govt. offices in the district.#NewIndia pic.twitter.com/zNCv7pqEzg
— Prakash Javadekar (Modi Ka Parivar) (@PrakashJavdekar) October 20, 2020