Wildlife Zoo: जिन लोगों को प्रकृति और जानवरों से प्रेम होता है वह लोग अक्सर ऐसी जगह पर जाना पसंद करते हैं जहां उन्हें प्राकृतिक नजरों का दीदार करने को मिल सके। इसके अलावा लोग चिड़ियाघर या वाइल्डलाइफ पार्क में घूमने जाना भी बहुत पसंद करते हैं। हमें से कई लोग अब तक इन जगहों पर गए होंगे। अक्सर चिड़ियाघर में हम जानवरों को पिंजरे में बंद देखते हैं और खुद बाहर घूम रहे होते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे चिड़ियाघर के बारे में बताते हैं जो जानवरों के लिए खुला रहता है और यहां उन्हें देखने आने वाले इंसान पिंजरे में बंद रहते हैं।
यह बात सुनने में थोड़ी अजीब जरूर है कि जानवर बाहर घूम रहे हैं और इंसान पिंजरे में है। लेकिन चीन के लेहे लेदु वाइल्डलाइफ जू में आपको यह नजारा देखने को मिलेगा। जब आप यहां पर जानवरों को देखने के लिए जाएंगे तो आपको पिंजरे में बंद कर दिया जाएगा। पूरे चिड़ियाघर में जानवरों का दीदार आपको इसी पिंजरे से करना होगा। चीन का ये चिड़ियाघर अपने आप में बहुत खास है।
कहां है चिड़ियाघर
चीन का यह चिड़ियाघर चोंगकिंग शहर में मौजूद है। साल 2015 में इसे खोला गया है। यहां पर इंसानों को पिंजरे में रखने के पीछे का उद्देश्य जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास से दूर ना करना है। इसी के साथ आने वाले दर्शक भी जानवरों को उनके असली माहौल में देख सकते हैं। जब पर्यटक पिंजरे में बंद होकर इन जानवरों को देखने पहुंचते हैं तो यह बहुत रोमांटिक पल होता है। क्योंकि कई बार सफेद बाघ, बंगाल टाइगर, शेर और भालू जैसे बड़े-बड़े जानवर पिंजरे के आसपास आ जाते हैं।
खाना खिलाने की परमिशन
जब हम चिड़ियाघर में जाते हैं तो वहां यह नियम होता है कि हम जानवरों को किसी भी तरह की खान की चीज नहीं दे सकते हैं। लेकिन इस वाइल्डलाइफ जू में जानवरों को पिंजरा के अंदर से खाना खिलाया जा सकता है। कई बार यह देखने को मिलता है कि जब जानवरों को खाने की पेशकश की जाती है, तो वह पिंजरे को घेर कर खड़े हो जाते हैं और उस पर चढ़ने लगते हैं।
सुरक्षा का ध्यान
इस तरह से खुले में घूम रहे जंगली जानवरों के बीच पिंजरे में रहना थोड़ा दहशत भरा जरूर है। लेकिन चिड़ियाघर प्रबंधन द्वारा आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है। यह पिंजरे जाली से तैयार होते हैं और काफी मजबूत किस्म के होते हैं। कैमरा की मदद से यहां 24 घंटे जानवरों और पिंजरे पर नजर रखी जाती है। आपातकालीन स्थिति में तुरंत मौके पर मदद पहुंचाई जाती है।