Guava Leaves Tea: अमरूद जिसे जाम भी कहा जाता है। यह सर्दियों में मिलने वाला बहुत स्वादिष्ट फल है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, पोटेशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिस वजह से न सिर्फ यह खाने में स्वादिष्ट बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। अमरूद का सेवन करने से हृदय संबंधित समस्याएं, पाचन तंत्र की समस्या, वजन बढ़ने की समस्या जैसी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। लेकिन आज हम आपको इस लेख के द्वारा अमरुद नहीं बल्कि अमरूद के पत्तों के फायदे के बारे में बताएंगे।
जी हां, सिर्फ अमरुद ही नहीं बल्कि अमरूद के पत्ते भी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। आजकल हर किसी को किसी भी उम्र में डायबिटीज की समस्या हो जाती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल रखना बहुत मुश्किल होता है। कुछ छोटी-मोटी खान-पान की गलतियां या फिर दिनचर्या की गलतियां ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देती है। ऐसे में फिर लोगों को अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते और कई प्रकार की दवाई गोलियों का सेवन करना पड़ता है। अगर आप भी डायबिटीज की समस्या से परेशान है और चाहते हैं कि कुछ आसान उपाय और बिना खर्च के ही इसका इलाज किया जाए, तो ऐसे में अमरूद का पत्ता बहुत काम आ सकता है। अमरूद के पत्तों का इस्तेमाल करने के लिए आप इसकी चाय बनाकर पी सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों को क्यों पीनी चाहिए अमरूद के पत्तों की चाय
डायबिटीज के मरीजों के लिए न सिर्फ अमरुद बल्कि अमरूद के पत्ते भी किसी रामबाण से कम नहीं है। अमरूद की पत्तियों की चाय पीने से इन्सुलिन लेवल में काफी हद तक सुधार होता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने दिन की शुरुआत अमरूद के पत्तों की चाय के साथ करनी चाहिए। अमरूद के पत्तों में फ्लेवोनोइड्स, टैनिन और पॉलीफेनोल्स जैसे केमिकल्स होते हैं, जो डायबिटीज की समस्या को जड़ से खत्म करने का काम करते हैं।
कैसे बनाएं अमरूद के पत्तों की चाय
सामग्री:
6-7 अमरूद के पत्ते
1/2 चाय पत्ती ( अपने अनुसार)
1 1/2 कप पानी
शहद, गुड़ या फिर ब्राउन शुगर (मिठास के लिए)
विधि:
अमरूद के पत्तों की चाय बनाने के लिए सबसे पहले अमरूद के पत्तियों को अच्छी तरह से पानी से धो लें। फिर एक बर्तन में पानी डालें और मध्यम आंच में दो मिनट तक गर्म होने दें। इसके बाद अमरूद की पत्तियों को पानी में डालें और कम से कम 5 मिनट तक उबालें। इसके बाद थोड़ी सी चाय पत्ती डालें। 10 मिनट उबालने के बाद छान लें। इसके बाद सबसे आखरी में मिठास के लिए गुड़िया फिर शहद मिलाएं।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)