गुलकंद का पानी होता है सेहत के लिए वरदान, इन 5 समस्याओं को करता है दूर, नियमित करें सेवन

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Benefits Of Gulkand Water: खूबसूरत और मुलायम गुलाब की पंखुड़ियों से गुलकंद तैयार किया जाता है। यह कई सेहतमंद गुणों से भरपूर होता है। साथ ही कई बीमारियों से निजात भी दिलाता है। आयुर्वेद में इसे औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह शरीर के PH वैल्यू को संतुलित रखता है। गर्मी के सीजन में तो यह शरीर को ठंडा रखता है। लेकिन इसके पानी का सेवन सर्दियों के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। इसका नियमित सेवन करने से अनेक फायदे होते हैं। गुलकंद के पानी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है। जो शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

हैम्योग्लॉबिन बढ़ाता है 

इसमें आयरन की मात्रा भी भरपूर होती है, जो हैम्योग्लॉबिन की मात्रा को भी संतुलित रखता है। एक चम्मच गुलकंद को पानी में मिलाकर इसे छानकर पी सकते हैं। आप चाहें तो इसे गर्म भी कर सकते हैं।

त्वचा के लिए लाभकारी

जैसे गुलाब स्किन के लिए वरदान होता है वैसे ही गुलकंद का पानी भी बहुत चमत्कारी माना जाता है। इसका नियमित सेवन करने से चेहरे की चमक बढ़ती है। दाग-धब्बे भी कम होते हैं। यह पर ग्लो भी आता है।

मुंह के छालों से छुटकारा

गुलकंद के पानी बहुत लाभकारी माना जाता है। इसका नियमित सेवन करने से मुंह के छाले और माउथ इन्फेक्शन से छुटकारा मिलता है।

पिरियड्स क्रैम्प्स से मिलता है छुटकारा

यदि आपको भी पिरियड्स क्रैम्प्स की समस्या होती है, तो गुलकंद का पानी आपके बहुत काम आ सकता है। इसका सेवन करने से ना सिर्फ दर्द से आराम मिलता है, बल्कि ब्लीडिंग भी कम होती है।

पेट की समस्या से निजात

गुलकंद के पानी का सेवन करने से गैस और एसिडिटी की समस्या से निजात मिलता है। साथ ही इसका नियमित सेवन करने से कब्जियत से आराम मिलता है। खाली पेट इसका सेवन करना ज्यादा लाभदायक माना जाता है।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। कोई भी उपाय आजमाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News