Cranberry Benefits: क्रैनबेरी जिसे हिंदी में करौंदा कहा जाता है। इसका स्वाद खट्टा होता है। इसे फल और सब्जी दोनों तरह से खाया जाता है। यह एक छोटा, खट्टा, लाल फल है जो पहले उत्तरी अमेरिका में ज्यादा पाया जाता था। हालांकि, अब यह हर जगह पाया जाता है। यह फल जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही यह पौष्टिक भी होता है। इसका वैज्ञानिक नाम कैरिसा कैरेंडस है। करौंदा (क्रैनबेरी) खास तौर पर गर्मियों के मौसम में पाया जाता है। जिन लोगों को खट्टी चीज खाने का शौक है उन लोगों के लिए यह फल बहुत ही अच्छा है। इसके सेवन से शरीर को अनेक फायदे मिलते हैं।लोग इसे कई प्रकार से अपने सेवन में इस्तेमाल करते हैं। जैसे चटनी, जैम या फिर जूस। लेकिन क्या आप जानते हैं कि करौंदे (क्रैनबेरी) की चाय भी बनाई जाती है जो सेहत के लिए बहुत लाभकारी होती है। करौंदे (क्रैनबेरी) की चाय का सेवन करने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है, इसमें अधिक मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो मौसमी बीमारियों से बचने में मदद करता है। इसी के साथ चलिए जानते हैं कि करौंदे की चाय कैसे बनाई जाती है और इसके क्या-क्या फायदे होते हैं।
कैसे बनाएं क्रैनबेरी/करौंदे की चाय
सामग्री:
1 कप पानी
1 चम्मच सूखे क्रैनबेरी
1/2 चम्मच शहद या चीनी (स्वादानुसार)
1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर (ऑप्शनल)
1/4 चम्मच लौंग पाउडर (ऑप्शनल)
विधि:
1. एक बर्तन में पानी उबालें।
2. उबलते पानी में क्रैनबेरी, दालचीनी पाउडर और लौंग पाउडर डालें।
3. आंच धीमी कर दें और 10 मिनट तक उबालें।
4. चाय को छान लें और इसमें शहद या चीनी मिलाएं।गरमागरम परोसें।
इन बातों को भी करें नोट :
1. आप चाहें तो ताजे क्रैनबेरी का भी उपयोग कर सकते हैं। ताजे क्रैनबेरी का उपयोग करने के लिए, उन्हें 5 मिनट तक उबालें।
2. आप चाय में नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
3. आप चाय को मीठा बनाने के लिए गुड़ का भी उपयोग कर सकते हैं।
4. आप चाय में स्वाद के लिए अदरक भी डाल सकते हैं।
क्रैनबेरी/ करौंदे की चाय के फायदे
हृदय स्वास्थ्य: क्रैनबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं। वे रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने और रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं।
कैंसर से बचाव: क्रैनबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर से बचाव में भी मदद कर सकते हैं। वे मुक्त कणों को नष्ट करते हैं जो कोशिका क्षति का कारण बन सकते हैं।
पाचन स्वास्थ्य: क्रैनबेरी में मौजूद फाइबर पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। यह कब्ज को रोकने और पाचन क्रिया को नियमित करने में मदद करता है।
यूटीआई से बचाव : क्रैनबेरी यूटीआई की समस्या से राहत दिलाता है। इस चाय का सेवन करने से किडनी अच्छे से डिटॉक्स होती है। मूत्र पथ के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह मूत्राशय में बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
त्वचा स्वास्थ्य: क्रैनबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं। वे त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।