Health: मुलिन चाय, जिसे मौली चाय या कैमोमाइल चाय के नाम से भी जाना जाता है, एक हर्बल चाय है जो मुलेन पौधे की पत्तियों से बनती है। यह चाय सदियों से अपने औषधीय गुणों के लिए उपयोग की जाती रही है और कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है। मुलायम, हरी-भरी पत्तियों से बनी मुलिन चाय न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है। यह चाय प्राकृतिक रूप से कैफीन मुक्त होती है, जो इसे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित बनाती है।
मुलीन चाय के क्या-क्या फायदे होते हैं
मुलिन चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और पेट की समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। मुलिन चाय में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और संक्रमण से बचाने में मदद करती है। मुलिन चाय में मौजूद एल-थेनाइन नामक अमीनो एसिड तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। मुलिन चाय चयापचय को बढ़ाने और वजन घटाने में सहायक हो सकती है। मुलिन चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। मुलिन चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को मुक्त कणों से बचाने और झुर्रियों और ठीक लाइनों को कम करने में मदद करते हैं।
सामग्री:
1 कप पानी
1 चम्मच मुलिन चाय की पत्तियां
स्वादानुसार शहद या नींबू का रस (वैकल्पिक)
विधि:
1. एक बर्तन में 1 कप पानी डालें और मध्यम आंच पर उबाल लें।
2. जब पानी उबल जाए, तो 1 चम्मच मुलिन चाय की पत्तियां डालें।
3. आंच को धीमा कर दें और 5 मिनट तक चाय को पकने दें।
4. चाय को छान लें और एक कप में डालें।
5. स्वादानुसार शहद या नींबू का रस मिलाएं (वैकल्पिक)।
6. अपनी गरमागरम मुलिन चाय का आनंद लें।
सुझाव:
आप अपनी पसंद के अनुसार चाय की पत्तियों की मात्रा कम या ज्यादा कर सकते हैं।
आप ताज़ी या सूखी मुलिन चाय की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं।
आप चाय में अदरक, दालचीनी या इलायची जैसी अन्य मसाले भी मिला सकते हैं।
आप ठंडी मुलिन चाय भी बना सकते हैं। बस उबले हुए पानी को ठंडा होने दें और फिर चाय की पत्तियां डालें।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)