Health Update, World Lung Day 2023 : हर साल 25 सितम्बर को विश्व फेंफड़ा दिवस मनाया जाता है, इस दिन लोगों को फेंफड़ों को स्वस्थ रखने और उनकी देखभाल के प्रति जागरूक किया जाता है, पिछले कुछ वर्षों ने फेंफड़ों से होने वाली बीमारियों का प्रतिशत बढ़ा है इसलिए ये समझना जरूरी है कि हम अपने शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को कैसे सुरक्षित और स्वस्थ रखें इसके लिए क्या सावधानियां रखें …
फेंफड़े का मुख्य कार्य हमारे शरीर के रक्त में मौजूद कार्बन डाई ऑक्साइड को अवशोषित कर उसे साँस के रास्ते बाहर निकालना है जिससे हमारा ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहे। लेकिन कई बार सर्दियों में, वायु प्रदूषण, अत्यधिक धूम्रपान से खराब हालात बन जाते हैं और हमारे फेंफड़े बीमार हो जाते हैं अर्थात फेंफड़ों में इंफेक्शन अथवा फेंफड़ों की कोई बीमारी हो जाती है, फेंफड़ों का स्वस्थ होना बहुत आवश्यक है, यहाँ आपको इसके कारण और बचने के कुछ आसान टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से आप फेंफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं।
इन लक्षणों को पहचानना है जरूरी
लगातार खांसी का आना : यदि आपको लगातार खांसी आती है या आप सुबह खांसी के साथ ही सोकर उठते हैं तो ये अच्छा संकेत नहीं है, यदि ऐसी खांसी लम्बे समय तक रहती है तो डॉक्टर्स मानते है कि मरीज को फेंफड़ों का कैंसर, सीओपीडी (chronic obstructive pulmonary disease) के लिए चेतावनी भरा सकते है।
सांस फूलना : यदि आप सीढ़ियाँ चढ़ते समय हाफ जाते हैं यानि आपकी साँस फूल जाती है, या फिर ट्रेकिंग करते समय साँस फूलती है तो ये फेंफड़े की बीमारी का संकेत हो सकता है ये अस्थमा या फिर पल्मोनरी हाइपरटेंशन हो सकता है।
ज्यादा बलगम (कफ) आना : कुछ मरीज ऐसे होते हैं जिन्हें बहुत बलगम (कफ) आता है और लगातार आता है, तो समझ लीजिये कि आपके फेंफड़े तकलीफ में है, ये टीबी का संकेत हो सकता है।
इन उपायों से मिल सकती है राहत
काढ़ा पीने से मिलेगा आराम : यदि सर्दी आपको परेशान करती है, साँस फूलती है या फिर खांसी आती है इतो काढ़ा आपको राहत दे सकता है, फेंफड़ों को आराम दे सकता है, काढ़ा सर्दी, खांसी और जुकाम में आराम पहुंचाता है, आप काढ़ा पाउच ले सकती है या फिर तुलसी के पत्ते, अदरक, काली मिर्च , दालचीनी आदि से घर में ही काढ़ा बना कर ले सकते हैं। काढ़ा सर्दियों में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्यून सिस्टम ) को मजबूत करता है।
भाप लेने से मिलेगी राहत : सर्दियों में हवा की गुणवत्ता ख़राब हो जाती है इसमें प्रदूषण के कण घुले होते है जिससे साँस लेने में तकलीफ होती है, इसलिए गुनगुने पानी से भांप लेने से आराम मिलता है, जुकाम और खांसी में भाप लेने से राहत मिलती है फेंफड़े भी मजबूत होते हैं।
योग करने से रह सकते हैं निरोग : योग एक ऐसी क्रिया है जिसे नियमित करने से से सिर्फ फेंफड़े ही नहीं शरीर का हर अंग स्वस्थ रहता है , जिनके फेंफड़े ख़राब है या फिर उन्हें ऐसे लक्षण दिखाई देते है तो किसी योग विशेषज्ञ से कुछ आसान आसन सिख लें जो आपके लिए मददगार साबित होंगे।
Disclamer: ऊपर बताई गई बातें और सुझाव केवल सामान्य जानकारी है जो अलग अलग स्रोत से जुटाई गई है, फेंफड़ों से संबंधित बीमारी का कोई भी लक्षण दिखाई दे तो हमारी आपको सलाह है कि डॉक्टर को सबसे पहले दिखाएँ।