Akshay Tritiya: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व। हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तीसरी तारीख को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। अक्षय तृतीया को बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। यह पर्व भगवान विष्णु के पृथ्वी पर अवतार और पृथ्वी के सृजन का प्रतीक माना जाता है। इस दिन कई शुभ कार्य किए जाते हैं, जैसे दान-पुण्य, स्नान, पूजा, नवीन वस्त्र धारण और नए व्यवसाय की शुरुआत। अक्षय तृतीया को अक्षय इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस दिन किए गए सभी कार्य अक्षय फल देते हैं। इसका अर्थ है कि इन कार्यों का फल कभी नष्ट नहीं होता। इस दिन सोना, चांदी और रत्न खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। यह माना जाता है कि इस दिन किए गए निवेश कभी नष्ट नहीं होते और व्यक्ति को समृद्धि प्रदान करते हैं। अक्षय तृतीया ज्ञान और शिक्षा का भी प्रतीक है। इस दिन विद्या आरंभ करना बहुत शुभ माना जाता है। यह माना जाता है कि इस दिन विद्या आरंभ करने से विद्यार्थी को ज्ञान और बुद्धि प्राप्त होती है। कुल मिलाकर, अक्षय तृतीया एक शुभ और पवित्र त्योहार है जो नवीनता, समृद्धि और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
साल 2024 में कब है अक्षय तृतीया
अक्षय तृतीया, हिंदू धर्म के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक, 2024 में 10 मई को बृहस्पतिवार को मनाया जाएगा। यह वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि है। अक्षय तृतीया को कई शुभ कार्यों के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है, जैसे दान-पुण्य, स्नान, पूजा, नवीन वस्त्र धारण और नए व्यवसाय की शुरुआत। अक्षय तृतीया को भगवान विष्णु के पृथ्वी पर अवतार का प्रतीक माना जाता है। यह माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने पृथ्वी का सृजन किया था।