Raksha Bandhan 2022 : बरसात में कहीं फीके न पड़ जाएं त्यौहार के रंग, रक्षाबंधन के लिए रखें ये इंतजाम

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बस एक दिन का इंतजार..गुरुवार को रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) है और हर घर में इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। एक बार आप भी अपनी चेकलिस्ट बना लीजिए कि कहीं कुछ छूटा तो नहीं। इसी बीच ये भी याद कर लीजिए कि बारिश का मौसम है और इस बार इंद्रदेवता खासे मेहरबान हैं। ऐसे में बाहर से आने वाले मेहमानों और खासकर बच्चों की सेहत को लेकर भी पहले से ही कुछ इंतजाम करके रख लें। इस मौसम में राखी का पूरा आनंद भी लें और किसी तरह की परेशानी भी न हो इसके लिए कुछ व्यवस्थाएं पहले से कर लें।

Raksha Bandhan 2022 : इस रक्षाबंधन लाएं जरुरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान, इस तरह बांटे खुशियां

  • बरसात के मौसम में जगह और पानी बदलने से बच्चे सबसे पहले बीमार पड़ते हैं। बुखार, सर्दी, खांसी जैसी समस्याओं के लिए दवाएं और घरेलू नुस्खें तैयार रखें।
  • पीने का पानी साफ हो..ये सबसे जरुरी है। सबसे ज्यादा इन्फेक्शन पीने के पानी से ही होता है। हम जहां रहते हैं, हमारे शरीर को वहां के पानी की आदत होती है। लेकिन बाहर से आने वालों के लिए हो सकता है पानी ही बीमारी का कारण बन जाए। इसलिए आरओ या फिल्टर वॉटर की व्यवस्था रखें।
  • बच्चों को बाहर का खाना खासा पसंद आता है। लेकिन बारिश के मौसम में बाहर के खाने पीने की चीजें तबियत नासाज कर सकती है। इसलिए उनके लिए कुछ ऐसी डिश बनाकर रखिए कि वो बाहर के खाने के लिए मचले नहीं।
  • कुछ इनडोर गेम्स की व्यवस्था रखें। बारिश में भीगना त्योहार को खराब कर सकता है। इसलिए बच्चों को घर पर रोके रखने के लिए कुछ खेल खिलौनों का इंतजाम रखें।
  • बच्चों के साथ बड़ों का भी मनोरंजन जरुरी है। पुराने एल्बम, वीडियो साथ मिलकर देखें।
  • त्यौहार से फुर्सत पाकर आप सब मिलकर कोई अच्छी सी फिल्म भी देख सकते हैं।
  • बारिश में कपड़ों को सुखाने से लेकर बिस्तर तक के बारे में पहले से सोचना होगा। क्योंकि जब मेहमान आएंगे तो ये छोटी छोटी बातें ही मुसीबत का सबब बन जाती हैं।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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