Baisakhi पर हो रहा इन 2 शुभ योगों का निर्माण, होगी अच्छे फलों की प्राप्ति

इस साल यह त्योहार 13 अप्रैल दिन शनिवार को मनाई जाएगी। बता दें कि इस दौरान 2 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिससे जातकों को अच्छे फलों की प्राप्ति होगी।

Sanjucta Pandit
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Baisakhi 2024 : बैसाखी का त्योहार नए समय की शुरुआत का प्रतीक होता है। लोग इसे खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में लोग इस दिन नाच-गान भी करते हैं। बता दें कि इस पर्व को मेष संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करते हैं। वहीं, सिख समुदाय के लोग इसे नव वर्ष के रूप में मनाते हैं, जिसे “बैसाखी” के नाम से जाना जाता है। इस दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारे जाकर प्रार्थना करते हैं। खासकर यह हरियाणा और पंजाब में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।

Baisakhi पर हो रहा इन 2 शुभ योगों का निर्माण, होगी अच्छे फलों की प्राप्ति

इस साल यह त्योहार 13 अप्रैल दिन शनिवार को मनाई जाएगी। बता दें कि इस दौरान 2 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिससे जातकों को अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। दरअसल, यह दोनों योग लोगों के लिए अत्यधिक शुभ माना जा रहा है।

इन योगों का हो रहा निर्माण

  • सौभाग्य योग
  • शोभन योग

महत्व

दरअसल, यह त्योहार मुख्य रुप से किसानों को समर्पित होता है। जब किसान अपनी मेहनत और प्रयास के लिए ईश्वर को धन्यवाद देते हैं। साथ ही भगवान से फसल की अच्छी उपज के लिए आभार व्यक्त करते हैं। इस दिन किसान अपनी फसल की कटाई करते हैं, जिसे नए साल के रुप में बनाया जाता है। इस खास मौके पर लोग अपने घरों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं। सभी के घरों में तरह-तरह के पारंपारिक पकवान बनाएं जाते हैं।

खरमास का समापन

वहीं, बिहार, झारखंड समेत कई पूर्वी राज्यों में इस दिन सत्तू खाने की परंपरा है। बता दें कि सत्तू जौ, चन को पीसकर बनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस दिन स्नान करने का विशेष महत्व है। लोग सुबह नदी में जाकर स्नान करते हैं और फिर विधिपूर्वक सत्तू को आम की चटनी के साथ खाते हैं। इस दिन से खरमास का समापन होता है, जिसके बाद से सभी मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। इसके अलावा, यह रबी की फसलों के पकने का समय होता है।

इस दिन करें दान

इस दिन गरीबों में चावल, दाल, आटा, कंबल, किताबें, कपड़े, जूते-चप्पल आदि का दान करना अच्छा माना जाता है। दान करने से उन्हें न केवल आत्मिक आनंद मिलता है, बल्कि समाज में भी मान-प्रतिष्ठा बढ़ती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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