भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। चैत्र नवरात्र का आज तीसरा दिन है और भक्त माँ चंद्रघंटा की पूजा कर रहे है, देवी चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का चंद्र है इसलिए इन्हें ‘चंद्रघंटा’ कहा जाता है, मान्यता है कि शेर पर सवार मां चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों के हर कष्ट दूर हो जाते हैं, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता चंद्रघंटा को राक्षसों की वध करने वाला कहा जाता है। ऐसा माना जाता है मां ने अपने भक्तों के दुखों को दूर करने के लिए हाथों में त्रिशूल, तलवार और गदा रखा हुआ है। माता चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र बना हुआ है, जिस वजह से भक्त मां को चंद्रघंटा कहते हैं।
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मान्यता है कि नवरात्रि के तीसरे दिन विधि- विधान से मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप माता चंद्रघंटा की अराधना करनी चाहिए। मां की अराधना उं देवी चंद्रघंटायै नम: का जप करके की जाती है। माता चंद्रघंटा को सिंदूर, अक्षत, गंध, धूप, पुष्प अर्पित करें। आप मां को दूध से बनी हुई मिठाई का भोग भी लगा सकती हैं। राजधानी भोपाल में भी भक्त माँ चंद्रघंटा की आराधना में डूबे है, शहर के माता मंदिर चौक के वैष्णो धाम मंदिर मे भी विशेष पूजन किया जा रहा है, चलिए आपको दिखाते है मंदिर का नजारा-