June Travel: छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहां आपको ऊंचे पहाड़, घने जंगल, शांत झीलें, और रोमांचक वन्यजीव मिल जाएंगे। गर्मियों की छुट्टियों के लिए क्या आप किसी बेहतरीन जगह की तलाश में हैं? तो छत्तीसगढ़ से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती! जून में, छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के साथ पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहाँ आपको ऊंचे पहाड़, घने जंगल, शांत झीलें, और रोमांचक वन्यजीव देखने को मिलेंगे। आप इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में बाघों और हाथियों को देख सकते हैं, कंकरिया झील में नौका विहार का आनंद ले सकते हैं, अमरकंटक में नर्मदा नदी के उद्गम स्थल पर जा सकते हैं, या तामड़ी झील के शांत पानी में डूब सकते हैं। इतिहास प्रेमियों के लिए भी छत्तीसगढ़ में बहुत कुछ है। आप चित्रकोट जलप्रपात की प्राकृतिक सुंदरता देख सकते हैं, मैकल पर्वत पर ट्रेकिंग कर सकते हैं, सैपहारा के शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं, या भोरमदेव मंदिर और तामड़ी झील मंदिर जैसे प्राचीन मंदिरों की यात्रा कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए भी जाना जाता है। आप यहां छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य और संगीत का आनंद ले सकते हैं, स्थानीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं, और हास्तशिल्प खरीद सकते हैं। तो देर किस बात की? आज ही छत्तीसगढ़ की यात्रा का प्लान बनाएं और प्रकृति, संस्कृति और इतिहास का अद्भुत संगम अनुभव करें।
छत्तीसगढ़ घूमने की योजना बना रहे हैं, इन अद्भुत जगहों को जरूर देखें
चित्रकोट जलप्रपात
चित्रकोट जलप्रपात भारत का सबसे चौड़ा जलप्रपात है। यह अपनी शानदार सुंदरता के लिए जाना जाता है। चित्रकोट जलप्रपात, छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित, अपनी शानदार सुंदरता और भव्यता के लिए जाना जाता है। यह भारत का सबसे चौड़ा जलप्रपात है, जो 300 मीटर से अधिक चौड़ा और 29 मीटर ऊँचा है। इंद्रावती नदी, चित्रकोट जलप्रपात से होकर बहती है, जो घने जंगलों और ऊंची चट्टानों से घिरा हुआ है। मानसून के दौरान, जब नदी उफान पर होती है, तो यह जलप्रपात अद्भुत रूप से विशाल और शक्तिशाली दिखाई देता है। इसकी सुंदरता के अलावा, चित्रकोट जलप्रपात धार्मिक महत्व भी रखता है। हिन्दू धर्म में, इसे “देवताओं का निवास स्थान” माना जाता है। यहां कई मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित, अपनी समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है, जो 2,524 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उद्यान, शक्तिशाली इंद्रावती नदी के किनारे बसा हुआ है, और घने जंगलों, ऊंचे पहाड़ों, और विशाल घास के मैदानों से घिरा हुआ है। यहाँ आपको बाघ, हाथी, गौर, चीतल, बारहसिंगा, और कई अन्य वन्यजीवों की प्रजातियां देखने को मिलेंगी। यदि आप रोमांचकारी सफारी का अनुभव करना चाहते हैं, तो इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान आपके लिए एक आदर्श स्थान है। आप यहां जीप सफारी, हाथी सफारी, और नाव सफारी का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा, आप यहां पक्षी देखने, ट्रेकिंग, और कैंपिंग जैसी गतिविधियों में भी भाग ले सकते हैं। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, प्रकृति प्रेमियों, वन्यजीव उत्साही, और साहसिक पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है।
कैलाश गुफा
कैलाश गुफा, छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिले में स्थित, भगवान शिव के लिए समर्पित एक प्राचीन और पवित्र हिंदू तीर्थस्थल है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह गुफा, घने जंगलों और ऊंची पहाड़ियों से घिरी हुई है, और माना जाता है कि भगवान शिव ने यहां तपस्या की थी। गुफा के अंदर, आपको भगवान शिव की कई मूर्तियां और भित्ति चित्र मिलेंगे। हर साल, हजारों श्रद्धालु कैलाश गुफा की यात्रा करते हैं, भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए। यह गुफा, ध्यान और आध्यात्मिकता के लिए भी एक शांत जगह है। यदि आप शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव करना चाहते हैं, या भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करना चाहते हैं, तो कैलाश गुफा आपके लिए निश्चित रूप से एक दर्शनीय स्थल है।
भोरमदेव मंदिर
भोरमदेव मंदिर, छत्तीसगढ़ राज्य के कवर्धा जिले में स्थित, 10वीं शताब्दी का एक भव्य हिंदू मंदिर है। यह अपनी कलाकृति, वास्तुकला, और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है, और इसे नागवंशी राजाओं द्वारा बनवाया गया था। मंदिर, बलुआ पत्थर से बना हुआ है, और इसकी नक्काशीदार दीवारें और स्तंभ, कलाकृति का एक उत्कृष्ट नमूना हैं। मंदिर के गर्भगृह में, भगवान शिव की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। इसके अलावा, मंदिर परिसर में, भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय, और देवी पार्वती की कई अन्य मूर्तियां भी हैं। हर साल, हजारों श्रद्धालु भोरमदेव मंदिर की यात्रा करते हैं, भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए। यह मंदिर, धार्मिक पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यदि आप कला और वास्तुकला में रुचि रखते हैं, या भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करना चाहते हैं, तो भोरमदेव मंदिर आपके लिए निश्चित रूप से एक दर्शनीय स्थल है।
तामड़ी झील
छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले में स्थित तामड़ी झील, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह झील, घने जंगलों और ऊंची पहाड़ियों से घिरी हुई है, और अपनी शांत पानी की सतह और मनोरम दृश्यों के लिए जानी जाती है। यहां आप नौका विहार का आनंद ले सकते हैं, और झील के शांत जल में शांति और सुकून का अनुभव कर सकते हैं। यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो आप झील के किनारे टहल सकते हैं, और पक्षी देखने का आनंद ले सकते हैं। यहां कई पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं, जो झील के वातावरण को और भी सुंदर बनाती हैं। तामड़ी झील, पिकनिक और कैम्पिंग के लिए भी एक आदर्श स्थान है। आप यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ एक शानदार समय बिता सकते हैं। यदि आप प्रकृति की गोद में शांति और सुकून का अनुभव करना चाहते हैं, तो तामड़ी झील आपके लिए निश्चित रूप से एक दर्शनीय स्थल है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)