Budhaditya Rajyog 2025 : अप्रैल की तरह मई में ग्रहों का महागोचर होने वाला है, इसमें सबसे अहम ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के राजा सूर्य का गोचर है जो मंगल की राशि मेष में होगा, ऐसे में दोनों ग्रहों की युति से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा।मेष सूर्य की उच्च राशि भी है, ऐसे में इस राजयोग का लाभ 4 राशियों को मिलेगा।
ज्योतिष के अनुसार ,14 अप्रैल को आत्मा पिता के कारक सूर्य मेष राशि में गोचर करेंगे। बुद्धि, मित्रता, तर्क, ज्ञान के कारक बुध भी 7 मई को मेष में आ जाएंगे और 23 मई तक रहेंगे, ऐसे में मंगल की राशि मेष में दोनों ग्रहों की युति से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा, जो 4 राशियों के लिए लकी साबित होने वाला है। आईए जानते है कौन सी है वो लकी राशियां…..

बुधादित्य राजयोग से 4 राशियों पर जमकर बरसेगी कृपा
सिंह राशि: बुधादित्य राजयोग जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है।अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। देश- विदेश की यात्रा पर जा सकते हैं। धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।करियर में प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो सकती है। निवेश से लाभ के योग बन रहे हैं।अटके रूके कामों को गति मिलेगा। हर काम में सफलता पाएंगे।
मिथुन राशि : जातकों के लिए बुधादित्य राजयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है।आय में वृद्धि के प्रबल योग है। नए नए स्त्रोत मिल सकते है। शादीशुदा का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है। पुराने निवेश से लाभ हो सकता है। इच्छाओं की पूर्ति होगी। धन वृद्धि के योग बनेंगे। जीवन में सकारात्मक बदलाव हो सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अटके रूके कामों को गति मिलेगी। नौकरीपेशा को प्रमोशन के साथ वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है।
मेष राशि: बुधादित्य राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है।कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकते है। आय में वृद्धि के प्रबल योग है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा।अविवाहित के लिए विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। कार्यक्षेत्र और आर्थिक मामलों में सफलता मिल सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
मीन राशि: बुधादित्य राजयोग जातकों के लिए सकारात्मक सिद्ध हो सकता है। समय- समय पर आकस्मिक धनलाभ हो सकता है।नौकरी में प्रमोशन के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। व्यापारियों को फंसा हुआ धन मिल सकता है। अटके रूके कामों को गति मिलेगी। इसके साथ ही मई में न्याय दंड के देवता शनि, दैत्यों के गुरू शुक्र , मायावी ग्रह राहु के विराजमान रहने से जातकों को विशेष फल की प्राप्ति होगी।
जानिए बुधादित्य राजयोग के बारें में
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है।
बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)