Benefits of Belpatra and Tulsi leaves : आज के आर्टिकल में हम आपको बेलपत्र और तुलसी के पत्तों से होने वाले अनगिनत फायदें बताने जा रहे हैं। जिससे आपके जीवन की सारी समस्याएं आसानी से दूर हो सकती है। जैसा कि हम सभी जानते हैं तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर है तो वहीं दूसरी ओर बेलपत्र भी औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका इस्तेमाल पहले ऋृषि- मूनियों द्वारा किया जाता है। दोनों ही पत्तों का इस्तेमाल भगवान की अराधना के लिए किया जाता है। दोनों की अपनी अलग- अलग महत्वता है। ऐसे में इंसान के लिए भी यह इतना ही लाभकारी जितना की एक दवाई। इसे आप घर पर भी आसानी से उपयोग में ला सकते हैं। ऐसा करने से आपके कई सारे संकंटों का निवारण होगा तो चलिए बताते हैं कि आखिर दोनों के पत्तों का मिश्रण आपके लिए कैसे लाभकारी है…
बेलपत्र और तुलसी के फायदे
बेलपत्र के फायदे | तुलसी के फायदे |
गर्भ निरोधक में कारगर | तनाव से मुक्ति |
कैंसर, सूजन, पेट सम्बंधित समस्या से बचाव | डायबिटीज के लिए फायदेमंद |
शरीर को ठंडक | कैंसर में तुलसी खाने के फायदे |
खून साफ | गले की खराश को खत्म करने का रामवाण इलाज |
कब्ज व पाचन की समस्या से राहत | हृदय के लिए फायदेमंद |
दस्त की समस्या से लाभ | सिरदर्द |
मधुमेह से राहत | आंखों के लिए तुलसी रस के फायदे |
मूत्र रोग से राहत | वजन कम करने में तुलसी के पत्ते के फायदे |
रतौंधी की समस्या में लाभकारी | रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए तुलसी के गुण |
दिल के मरीजों के लिए | मुंह के स्वास्थ्य में तुलसी का रस पीने के फायदे |
बुखार से राहत | झड़ते बालों के लिए लाभकारी |
तुलसी के पौधे को वास्तु शास्त्र में बेहद पवित्र माना जाता है। जो कि एक नहीं बल्कि सारी परेशानियों से राहत दिलाता है। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। तुलसी की पूजा करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है। तुलसी के पौधे को ज्योतिषशास्त्र में काफी पवित्र माना जाता है। तुलसी के पौधे को घर में लगाने से जहां आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ऐसा कहा जाता है कि तुलसी के पौधे में स्वयं माता लक्ष्मी का वास होता है। इसी वजह से व्रत- त्योहार, शुभ और मांगलिक कार्य पर तुलसी की पूजा की जाती है। वहीं, दूसरी तरफ तुलसी का इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों की दवाई बनाने में किया जाता है।
वैसे तो बेलपत्र की पूजा की जाती है लेकिन यह बहुत ज्यादा औषधीय गुणों से भरपूर है। इससे शरीर को बिना किसी नुकसान के आप फायदा ले सकते हैं। अमूनन बेलपत्र को भगवान शिव पर चढ़ाया जाता है। इसके बगैर उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। हालांकि, इस पत्ते को इस्तेमाल में लाने से पहले इसे अच्छे से साफ कर लें।
(Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।)