Greeting Customs of Different Countries : जब भी हम किसी से मिलते हैं तो सम्मान से, शिष्टता से और मित्रतापूर्ण तरीके से अभिवादन करते हैं। यह हमारे दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो आपसी सम्मान, मैत्री और सद्भाव को दर्शाता है। यह शारीरिक हाव-भाव, वाणी या दोनों के माध्यम से किया जा सकता है, जैसे हमारे यहां दोनों हाथ जोड़कर हम नमस्ते करते हैं।
अभिवादन करना किसी भी संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा होता है। अभिवादन दूसरों के प्रति आदर और सम्मान का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि आप सामने वाले व्यक्ति को महत्व देते हैं। किसी भी संवाद या मुलाकात की शुरुआत सामान्यतया अभिवादन के साथ ही होती है। हर जगह अलग तरीके से अभिवादन किया जाता है।
एक दूसरे के प्रति सम्मान जताने का तरीका है अभिवादन
दुनिया के अलग-अलग देशों में अभिवादन के तरीके उनकी संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित होते हैं। जैसे हम हाथ जोड़कर हल्का झुककर नमस्ते करते हैं। धार्मिक या पारंपरिक आयोजनों में हमारे यहां पैर छूने की परंपरा भी है। इसी तरह हर संस्कृति का अपना तरीका है। आज हम आपके कुछ देशों के अभिवादन के तरीके बता रहे हैं।
दुनिया में अभिवादन की प्रथाएं
1. जापान में झुककर अभिवादन (Bowing) किया जाता है। यहां अलग-अलग कोण पर झुकना सम्मान का प्रतीक है। व्यावसायिक या औपचारिक कार्यक्रमों में यह प्रमुख है।
2. कई संस्कृतियों में, नाक छूना एक पारंपरिक अभिवादन है। संयुक्त अरब अमीरात और ओमान के बेडौइन लोगों के बीच, नाक रगड़ना नाक रगड़ना (Nose Kiss या Nose Touch) पारंपरिक अभिवादन का हिस्सा है।
3. दक्षिणी जर्मनी और ऑस्ट्रिया में नमस्ते कहने का एक और विकल्प “ग्रुस गॉट” वाक्यांश है। इसका शाब्दिक अनुवाद “ईश्वर आपका भला करे” का संक्षिप्त रूप है।
4. फ्रांस में गाल पर चुंबन (La bise) अभिवादन का एक तरीका है। ये करीबी दोस्तों और परिवार के बीच किया जाता है। औपचारिक रूप में “Bonjour” (सुप्रभात) कहा जाता है।
5. अमेरिका में हाथ मिलाना (Handshake) व्यावसायिक और औपचारिक स्थिति में अभिवादन का तरीका है। कैजुअल बातचीत में “Hi” या “Hello” कहा जाता है।
6. थाईलैंड में वाय (Wai): दोनों हाथों को जोड़कर हल्का झुकना, “सावदी खा” (महिला द्वारा) और “सावदी क्रप” (पुरुष द्वारा) कहा जाता है।
7. हाथ से गिनती करने की प्रथाएं भी अलग-अलग देशों में अलग-अलग हैं. उदाहरण के लिए, जर्मन और ऑस्ट्रियाई लोग आपकी तर्जनी को “दो” के रूप में समझते हैं, और जापान में, अंगूठा “पांच” का संकेत देता है.