Holi Special: होली पर झटपट बनाएं रंग बिरंगे छोटे-छोटे रसगुल्ले, जानें आसान रेसिपी

Holi Special: होली के अवसर पर आप रंग बिरंगे छोटे छोटे रसगुल्ले बनाकर अपने परिवार और दोस्तों का स्वादिष्ट मिठाई से स्वागत कर सकते हैं।

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Holi Special: होली रंगों का त्यौहार है, और इस त्यौहार में मिठाई का होना भी जरूरी है। आमतौर पर होली के त्योहार पर गुजिया हर घर में बनाई जाती है, लेकिन अगर आपको गुजिया ज्यादा पसंद नहीं है और आप कोई दूसरी मिठाई बनाने का सोच रहे हैं तो ऐसे में आप इस रंगों के त्योहार पर रंग-बिरंगे छोटे-छोटे रसगुल्ला ट्राई कर सकते हैं। रसगुल्ले एक स्वादिष्ट और लोकप्रिय मिठाई है, जिसे आप होली पर आसानी से घर पर बना सकते हैं। आज हम आपको एक आसान रंग-बिरंगे रसगुल्ले बनाने की रेसिपी बताने जा रही है तो चलिए जानते हैं।
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कैसे बनाएं रंग-बिरंगे छोटे छोटे रसगुल्ले

सामग्री

1 लीटर दूध
1/2 कप चीनी
1/4 कप पानी
1/4 छोटा चम्मच नींबू का रस
1/4 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
खाने वाला अलग अलग रंग (वैकल्पिक)

विधि

1. दूध को एक भारी तले वाले बर्तन में उबाल लें।

2. उबाल आने पर आंच धीमी कर दें और नींबू का रस डालें।

3. दूध फटने लगेगा। दूध फटने पर आंच बंद कर दें।

4. एक चम्मच से दूध को मलमल के कपड़े में छान लें।

5. मलमल के कपड़े को अच्छी तरह से बांधकर 10-15 मिनट के लिए लटका दें।

6. एक बर्तन में चीनी और पानी डालकर चाशनी बना लें।

7. चाशनी उबलने लगे तो आंच धीमी कर दें।

8. मलमल के कपड़े से छेना निकालकर 4 हिस्सा करें और चारों में अलग अलग खाने के रंग मिलाएं।

9. रंग मिलने के बाद छोटे-छोटे गोले बना लें।

11. गोले को चाशनी में डालें और 10-15 मिनट तक पकाएं।

12. रसगुल्ले फूलकर ऊपर आ जाएंगे। रसगुल्ले को चाशनी में ही ठंडा होने दें।

13. रंग बिरंगे रसगुल्ले बनाने के लिए, आप चाशनी में खाने वाला रंग मिला सकते हैं। रसगुल्ले तैयार हैं!

इन टिप्स का रखें ध्यान

छोटे-छोटे रसगुल्ले बनाने के लिए, आप एक चम्मच या चाकू का उपयोग कर सकते हैं।

रसगुल्ले को चाशनी में ही ठंडा होने दें। इससे रसगुल्ले नरम और रसदार बनेंगे।

रंग बिरंगे रसगुल्ले बनाने के लिए, आप विभिन्न रंगों का खाने वाला रंग मिला सकते हैं।

रसगुल्ले को आप 2-3 दिन तक फ्रिज में रख सकते हैं।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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