Mental Health Tips: दो तरह के स्ट्रेस अलग-अलग तरीकों दिमाग पर डालते हैं असर, जानें बचाव के 10 टिप्स

Mental Health Tips: आज के आर्टिकल में हम आपको दो तरह के स्ट्रेस के बारे में बताएंगे। साथ ही इससे बचाव के कुछ उपाय भी आपके साथ शेयर करेंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी मानसिक तनाव जैसी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

Sanjucta Pandit
Published on -

Mental Health Tips: इस दौड़ती भागती जिंदगी में खुद को स्ट्रेस फ्री रख पाना बहुत ही मुश्किल काम है। चाहे बात हाउसवाइफ की हो या फिर वर्किंग वुमन की, चाहे स्टूडेंट की हो या फिर कामकाज करने वाले पुरुषों की। हर किसी का लगभग एक ही हाल है। इस भागने वाली जिंदगी में खुद को लोगों के साथ कमद-से-कदम मिलाकर चलने वाले लोग अक्सर मानसिक तनाव जैसी समस्याओं से घिरते चले जाते हैं। उनका दिमाग किसी भी काम में फिर फोकस नहीं कर पाता और इस तरह वह अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। इसकी बहुत सी मुख्य वजह होती है, जैसे अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का उपयोग, पर्याप्त नींद की कमी, पानी की कमी, सामाजिकता की कमी, आदि इन सभी के कारण लोग धीरे-धीरे मेंटल हेल्थ की गंभीर समस्याओं से घिरे चले जा रहे हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको दो तरह के स्ट्रेस के बारे में बताएंगे। साथ ही इससे बचाव के कुछ उपाय भी आपके साथ शेयर करेंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी मानसिक तनाव जैसी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

शॉर्ट टर्म स्ट्रेस

अक्सर अपने स्ट्रेस नमक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी दो तरह के स्ट्रेस के बारे में सुना है। तो चलिए हम आपको उन दो तरीके के स्ट्रेस के बारे में विस्तार से बताते हैं पहले शॉर्ट टर्म स्ट्रेस होता है।

लॉन्ग टर्म स्ट्रेस

वही दूसरा लॉन्ग टर्म स्ट्रेस होता है। दरअसल यह लंबा और स्थाई चलने वाला स्ट्रेस माना जाता है। इसमें मनुष्य का दिमाग धीरे-धीरे उसके काम से हट जाता है। उसके सोचने समझने की क्षमता खत्म हो जाती है। इससे इंसान के लाइफस्टाइल पर काफी गहरा असर देखने को मिलता है। यह आगे चलकर जानलेवा भी साबित हो सकता है।

लक्षणों में

1. हार्ट रेट का बढ़ना
2. ब्लड प्रेशर का बढ़ना
3. मेटाबॉलिक रेट बढ़ना
4. डाइजेस्टिव सिस्टम स्लो हो जाना
5. स्ट्रेस हॉरमोन कॉर्टिसोल का बढ़ना

इस तरीके के स्ट्रेस में शरीर में काफी तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं यह बहुत कम समय के लिए होता है। इसे बेहद आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। यह थोड़ी देर के लिए ही इंसान को प्रभावित करता है।

बचाव के टिप्स

1. ब्रीदिंग एक्सरसाइज
2. विप्सियाना मेडिटेशन
3. हग थेरेपी
4. डायरी लिखना
5. एरोमा थेरेपी
6. स्क्रीन टाइम कम करना
7. सुगर फ्री डार्क चॉकलेट खाना
8. क्रिएटिविटी करना
9. प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन
10. रोज वॉक करना


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News