क्या आप भी हैं नींद न आने से परेशान, रात में चाहिए झटपट नींद तो इन उपायों को एक बार जरूर आज़माए

इन दिनों नींद न आने की समस्या बढ़ती जा रही है। भागमभाग वाला जीवन, बदलती लाइफस्टाइल और तनावपूर्ण दिनचर्या के कारण ये परेशानी अधिक बढ़ रही है। अनिद्रा या नींद की अन्य समस्याएं न सिर्फ मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं इसलिए इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

Sleep disorders

Natural remedies for Sleep Disorders : आजकल कई लोग नींद न आने की समस्या से परेशान हैं। आधुनिक जीवनशैली, मानसिक तनाव, डिजिटल उपकरणों का अत्यधिक उपयोग सहित ऐसी कई आदतें हैं जो नींद के पैटर्न को प्रभावित कर रही हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें व्यक्तिगत, सामाजिक और तकनीकी कारक शामिल हैं। लेकिन स्वस्थ शरीर और मन के लिए अच्छी नींद जरूरी है। अगर आप भी नींद की कमी या ऐसी किसी समस्या से परेशान हैं तो अपनी आदतों में कुछ बदलाव और कुछ उपाय आज़मा सकते है।

कई लोगों नींद की बीमारी (Sleep Disorders) होते हैं जैसे कि अनिद्रा (Insomnia), स्लीप एप्निया (Sleep Apnea) और अन्य नींद संबंधी विकार। वहीं कई बार लाइफ़स्टाइल के कारण भी नींद प्रभावित होती है जैसे कि देर रात तक जागना, लंबा स्क्रीन टाइम, रात मे देर से खाना, समय पर बिस्तर पर नहीं जाना आदि। ऐसे में अपनी आदतों में कुछ सुधार कर हम नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

नींद न आने पर कीजिए ये उपाय

अगर आपको भी रात होते ही ये चिंता सताने लगती है कि पता नहीं आज फिर नींद आएगी या नहीं। अगर ऐसा है तो ये दिक़्क़त वाली स्थिति है। कभी कभार नींद न आना सामान्य परेशानी हो सकती है लेकिन अगर ये पैटर्न बन जाए तो आपके स्वास्थ्य को बहुत नुक़सान हो सकता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। साथ ही आप अपनी आदतों में कुछ बदलाव भी कर सकते हैं और कुछ उपाय आजमा सकते हैं, जिससे नींद न आने की समस्या में राहत मिल सकती है। आज हम आपके लिए ऐसे ही कुछ उपाय लेकर आए हैं।

कैफीन और निकोटीन से बचें : कैफीन (कॉफी, चाय, कोल्ड ड्रिंक्स) और निकोटीन (सिगरेट) जैसे पदार्थ नींद में बाधा डाल सकते हैं। सोने से कम से कम 4-6 घंटे पहले इनका सेवन बंद कर देना चाहिए।

सोने का नियमित समय निर्धारित करें : हर दिन एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं। इससे शरीर की प्राकृतिक घड़ी (सCircadian Rhythm) स्थिर रहती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।

सोने से पहले हल्का भोजन लें : रात में सोने से पहले हल्का भोजन लें। अत्यधिक भारी भोजन या ज्यादा मसालेदार खाने से बचें, क्योंकि इससे अपच हो सकती है जो नींद में बाधा डालता है।

आरामदायक वातावरण बनाएं : नींद के लिए कमरे का वातावरण महत्वपूर्ण होता है। कमरे को ठंडा, अंधेरा और शोर-रहित बनाएं। एक आरामदायक गद्दा और तकिए का उपयोग करें।

ध्यान या योग का अभ्यास करें : सोने से पहले ध्यान, प्राणायाम या हल्की योग क्रियाओं का अभ्यास करने से मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है जिससे नींद में सुधार होता है।

स्क्रीन टाइम कम करें :  सोने से एक घंटे पहले टीवी, मोबाइल, लैपटॉप या किसी भी अन्य डिजिटल डिवाइस से दूरी बनाएं। इन उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी (blue light) मेलाटोनिन नामक हार्मोन के उत्पादन को बाधित करती है, जो नींद के लिए आवश्यक होता है।

गर्म दूध या हर्बल चाय का सेवन करें : सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध या कैमोमाइल चाय का सेवन करें। दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन नींद को प्रेरित करने में मदद करता है।

व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधि : नियमित रूप से व्यायाम करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। हालांकि, सोने से पहले अधिक शारीरिक गतिविधि से बचें क्योंकि यह शरीर और दिमाग को ज्यादा क्रियाशील बना सकती है। लेकिन अपनी दैनिक गतिविधि में व्यायाम को शामिल करें।

(डिस्क्लेमर : ये लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है। हम इसे लेकर कोई दावा नहीं करते हैं। आवश्यक होने पर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें।)


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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