Neurological Problems: पहले के समय में दिमाग से जुड़ी बीमारी को उम्र से जोड़कर देखा जाता था। लेकिन आज ऐसा नहीं है। आज से समय में बड़ी संख्या में युवा न्यूरोलॉजिकल समस्या से जूझ रहे हैं। ये धीरे धीरे एक चिंता का विषय बनता जा रहा है। इसका हमारे ऊपर शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से नकरात्मक प्रभाव पड़ रहा है। एक स्टडी में सामने आया है कि दुनियाभर के करीब 340 करोड़ से ज्यादा लोग न्यूरोलॉजिकल प्राब्लम्स से जूझ रहे है। आइए जानते हैं क्या न्यूरोलॉजिकल समस्या और क्यों होता है।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं क्या हैं?
शरीर में दिमाग, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिकाएं मिलकर एक तंत्रिका तंत्र बनाती हैं। जो आपके शरीर को कंट्रोल करने का काम करती है। इन्हीं तंत्रिका तंत्र का जब कोई भी हिस्सा प्रभावित होता है न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होना शुरू हो जाती है। इसमें आपको चलने में बोलने में, खाना निगलने में, सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इससे आपके दिमाग पर भी असर पड़ता है। जिस वजह से याददाश्त कमजोर होने का डर बढ़ जाता है।
युवा क्यों हो रहे इसके शिकार
स्टडी के मुताबिक बदलते लाइफस्टाइल की वजह से ये बीमारी युवाओं में ज्यादा देखने को मिल रही है। बदलती लाइफस्टाइल गलत खानपान, धूम्रपान या फिर शराब का अधिक सेवन, मोटापा या कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना जैसे कई कारण है जो युवाओं में ज्यादा देखने को मिल रहे है। इसी वजह से उनमें न्यूरोलॉजिकल समस्याएं का खतरा भी बढ़ गया है। युवाओं में इन समस्याओं का होना अब आम हो गया है।
युवाओं में ये बढ़ती बीमारियां है वजह
आजकल युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या सामान्य हो गई है। हाई ब्लड प्रेशर में इस समस्या के बढ़ने का खतरा बढ़ता जा रहा है। बता दें कि न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के लिए डायबिटीज भी एक कारण है। डायबिटीज की वजह से स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है जो कि न्यूरोलॉजिकल समस्याओं में से एक है। युवाओं में बढ़ता धूम्रपान का लत उन्हें कई बीमारियों का शिकार बना रहा है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।