Recipe: अब व्रत में साबूदाने की खिचड़ी और वड़े नहीं बल्कि बनाएं टेस्टी फ्राइज, जानें आसान रेसिपी

Recipe: साबूदाना सिर्फ खिचड़ी या वड़ा बनाने के लिए ही नहीं होता! आज हम लाजवाब टेस्टी साबूदाना फ्राइज बनाने की विधि सीखेंगे, जो शाम की चाय के साथ एकदम लाजवाब लगती है. ये फ्राइज क्रिस्पी और चटपटे होते हैं, जिन्हें बनाना भी बहुत आसान है.

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Recipe: हिंदू धर्म में व्रत का विशेष महत्व है। हर महीने में 4 से 5 व्रत लोग जरूर रखते हैं। व्रत के दौरान फलहार का सेवन किया जाता है। जिसमें कई प्रकार के फलहारी व्यंजन बनाए जाते हैं। ज्यादातर लोग साबूदाने की खिचड़ी, वड़े, मोरधन, चिप्स, पापड़ आदि चीजों का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि साबूदाने की फ्राइज भी बनाई जा सकती है। जी हां, आलू की फ्रेंच फ्राइज तो सभी ने खाई होगी यह बच्चों से लेकर बड़े तक सभी को बेहद पसंद होती है तो क्यों ना व्रत वाले दिन भी फलहारी फ्राइज बनाई जाए। साबूदाने की फ्राइज इतनी ज्यादा स्वादिष्ट होती है कि अगर आप व्रत नहीं भी रखते होंगे तब भी आप अगली बार सिर्फ और सिर्फ साबूदाने की फ्राइज खाने के लिए व्रत जरूर रखेंगे। इसी के साथ आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे की स्वादिष्ट और पौष्टिक साबुदाने की फ्राइस कैसे बनाई जाती है, तो चलिए जानते हैं।

sabudana fries

सामग्री:

1/2 कप साबूदाना
1/2 कप उबले हुए आलू (मैश किए हुए)
4-5 बड़े चम्मच भुने हुए मूंगफली का दरदरा पाउडर
4-5 हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
1 चम्मच जीरा
स्वादानुसार सेंधा नमक
1 चम्मच चीनी
तेल (तलने के लिए)

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विधि:

1. सबसे पहले साबूदाना को धोकर कम से कम 4 से 5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।

2. एक बाउल में भिगोया हुआ साबूदाना, मैश किए हुए आलू, भुने हुए मूंगफली का पाउडर, हरी मिर्च ( पीसी हुई), जीरा, सेंधा नमक और चीनी डालकर अच्छी तरह मिला लें।

3. मिश्रण से छोटे-छोटे फ्राइज जैसे शेप बना लें।

4. कढ़ाई में तेल गरम करें और फ्राइज को सुनहरा होने तक तल लें।

5. टमाटर की चटनी या हरी चटनी के साथ गरमागरम परोसें।

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(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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