Papaya Peels Benefits: चमत्कारी गुणों से भरपूर होता है पपीते का छिलका, त्वचा के लिए है वरदान, फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान

पपीते के छिलके में विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी समेत कई गुण पाए जाते हैं। यह त्वचा के लिए बेहद लाभकारी माना जाता। आप अलग-अलग तरीके से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
Papaya Peels Benefits

Papaya Peels Benefits: पपीता सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। लोग इसका सेवन करके छिलके को बेकार समझकर फेंक देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है ये छिलके कई गुणों से भरपूर होते हैं। त्वचा के लिए इन्हें वरदान के समान माना जाता है। इनकी मदद से पिंपल्स, दाग-धब्बे जैसी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

पपीते के छिलके के फायदे

पपीते के छिलके में Papain नाम का एंजायम पाया जाता है, जो चेहरे पर ग्लो लाता है। डेड स्किन सेल्स को साफ करता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी और Folate जैसे तत्व ही मौजूद होते हैं, जो त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं और पिगमेंटेशन से छुटकारा दिलाते हैं। यह त्वचा को जवाँ रखने में भी मदद करता है। रिंकल्स से भी छुटकारा दिला सकता है।

ऐसे करें इस्तेमाल

  • पपीते का छिलका त्वचा के लिए एक बेहतरीन मॉइश्चराइजर के रूप में काम करता है। इसके लिए छिलकों को सर्कुलर मोशन में 2 मिनट तक अपने चेहरे पर रगड़े और ठंडे पानी से अपना चेहरा धो लें।
  • पपीते के छिलके का इस्तेमाल के आप फेस पैक बनाकर भी सकते हैं। इसे बनाने के लिए एक मिक्सर में पपीते के छिलके का पेस्ट बना लें। एक चम्मच पेस्ट में आधा चम्मच दही मिलाएं। दोनों ही सामग्री को अच्छे से मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लगाएं।  फिर 15 मिनट बाद अपना चेहरा धो लें। दो हफ्ते तक ऐसा करने से रिंकल्स और फाइन लाइंस कम होने लगते हैं।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News