Parenting Tips: पहले ऐसा होता था कि माता-पिता सिर्फ बच्चों को पढ़ाई में ही होशियार बनाना चाहते थे, लेकिन अब जैसे-जैसे जमाना बदल रहा है, वैसे-वैसे माता-पिता की सोच भी बदलती जा रही है।
अब हर माता-पिता की यही ख्वाहिश रहती है, कि उनका बच्चा पढ़ाई में होशियार होने के साथ-साथ हर चीज में होशियार हो फिर चाहे वह खेल खुद हो, एक्टिविटी हो, क्रिएटिविटी हो या फिर सोशल स्किल ही क्यों ना हो।
कैसे करें बच्चों की परवरिश (Parenting Tips)
ऐसे में जरूरी है की माता-पिता बच्चों की परवरिश करने का तरीका थोड़ा सा बदलें, कुछ आधुनिक तरीकों को अपनाएं और उनकी परवरिश में सकारात्मक बदलाव लाएं।
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा स्मार्ट बने तो सबसे पहले आपको अपने बच्चों को अच्छे से समझना होगा, आपको यह जानना होगा कि आपके बच्चों की रुचि किस चीज में है। इसके अलावा चलिए जानते हैं, कि बच्चों को स्मार्ट बनाने के लिए माता-पिता और क्या-क्या कर सकते हैं।
बहादुरी की कहानी सुनाएं
अगर आप अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही बहादुर बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आप उन्हें उन लोगों की कहानी सुनाएं जिन्होंने बहादुरी के दम पर अपनी जिंदगी जी है, जिन्होंने बहादुरी के साथ अपनी सफलता हासिल की है। जैसे कि आप अपने बच्चों को भगवान हनुमान, वीर शिवाजी या झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की कहानी सुना सकते हैं।
बुक पढ़ने की आदत डालें
अगर बच्चों में मानसिक विकास चाहते हैं, तो सबसे जरूरी है पढ़ते रहना। पढ़ने का यह मतलब नहीं है कि सिर्फ अपने कोर्स की किताबें पढ़ना, पढ़ने से यहां मतलब है कि अपने कोर्स के अलावा लाइब्रेरी में जाकर कुछ अलग-अलग प्रकार की किताबों को पढ़ना।
आप अपने बच्चों के लिए लाइब्रेरी से जाकर अच्छी-अच्छी किताबें इश्यू करवा सकते है या फिर गिफ्ट में उन्हें किताबें दे सकते हैं। आप यकीन नहीं मानेंगे किताबें पढ़ने की आदत न सिर्फ बच्चे बल्कि हर इंसान में बहुत ज्यादा सकारात्मक बदलाव लाती है।
खेलकूद और एक्सरसाइज भी करवाएं
अगर आप बच्चों के मानसिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास भी चाहते हैं, तो जरूरी है की पढ़ाई के साथ-साथ आप उन्हें खेलकूद और एक्सरसाइज में भी आगे रखें।
आप अपने बच्चों के पसंदीदा खेल उनके साथ खेल सकते हैं, खेल से संबंधित चीजे भी उन्हें गिफ्ट कर सकते हैं। ऐसा करने से न केवल उनके शरीर का विकास होगा बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
खुद का काम खुद से करने दें
अक्सर जब भी बच्चे कुछ काम करते हैं, तो माता-पिता आगे रहकर उनकी मदद कर देते हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो हर बार उनकी मदद करने से बचें।
छोटी-छोटी बातों में सहायता न करने से बच्चे खुद का काम खुद से करना सिखते हैं, और जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, बड़े-बड़े काम भी खुद से करने की कोशिश करते हैं, और इस तरह वे अपने जीवन में आत्मनिर्भर बन जाते हैं।