बच्चों के सामने कभी ना दोहराएं अपनी ये गलत आदतें, परवरिश में सुधार लाने के लिए अपनाएं ये टिप्स

बच्चों की परवरिश में हमारे व्यवहार का बड़ा असर पड़ता है, इसलिए हमें अपनी कुछ गलत आदतों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। बच्चों के सामने गुस्से में आकर चिल्लाना, झूठ बोलना या नकारात्मक भाषा का प्रयोग करना उनकी मानसिकता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

Bhawna Choubey
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Parenting Tips: आपने अक्सर ऐसा देखा होगा कि जब बच्चे कुछ गलत हरकत करते हैं या उलटे जवाब देते हैं तो लोग उन्हें कहते हैं कि क्या तुम्हारे मम्मी पापा ने तुम्हें यही सिखाया है। वही जब बच्चे अच्छे काम करते हैं अच्छा व्यवहार लोगों के साथ करते हैं तो लोग कहते हैं, वाह ..माता-पिता ने क्या संस्कार दिए हैं।

इस बात से साफ समझ आता है कि बच्चों की परवरिश में माता-पिता का कितना अहम रोल होता है। इसलिए माता-पिता को बच्चों में बचपन से ही ऐसी चीज सिखानी चाहिए, जिससे कि वह बड़े होते-होते समझदार बन सके, और जिंदगी को एक अच्छे इंसान बनकर जी सकें।

बच्चों के सामने कभी ना दोहराएं अपनी ये गलत आदतें (Parenting Tips)

हर माता-पिता की यही ख्वाहिश होती है, कि उनका बच्चा अच्छे से पढ़ाई करें, अच्छे संस्कार सीखे, और जीवन में खूब आगे बढ़े। लेकिन इसके बावजूद माता-पिता के द्वारा की गई कुछ गलतियों की वजह से बच्चों के व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अगर आप भी यह गलतियां करते हैं, तो आपको अपनी इन आदतों पर ध्यान देना चाहिए, और इन गलतियों को दोहराने से बचना चाहिए।

गुस्से में चिल्लाना

कई बार माता-पिता ऑफिस के काम, घर के काम और अपनी जिम्मेदारियों के चलते परेशान हो जाते हैं, इस बीच बच्चा अगर उनसे कुछ पूछता है या बात करता है तो वह गुस्से में आकर चिल्लाने लगते हैं। बच्चे माता-पिता के इस तरह के व्यवहार के लिए तैयार नहीं रहते हैं, जो माता-पिता अचानक से बच्चों पर चिल्लाते हैं तो बच्चा डर जाता है। फिर वह कुछ भी पूछने या बोलने से डरता है। इसलिए अगर आप भी गुस्से में बच्चों पर चिल्लाने लगते हैं, तो अब आपको अपने यह आदत बदलने की जरूरत है।

बच्चों के सामने झूठ बोलना

कई बार माता-पिता बच्चों के सामने भी झूठ बोलते हैं, इस आदत की वजह से माता-पिता अपने बच्चों को जाने-अनजाने में झूठ बोलने की आदत डाल रहे हैं। हर बच्चा अपने माता-पिता को अपना आदर्श मानते है, जब आप अपने बच्चों के सामने झूठ बोलेंगे, तो बच्चे को झूठ बोलने की आदत बहुत सामान्य लगेगी। इस आदत की वजह से वह भी अक्सर आपसे झूठ बोलने लगेगा।

अपशब्द का इस्तेमाल करना

अक्सर माता-पिता जब गुस्से में होते हैं या परेशान रहते हैं, तो कुछ अपशब्द का इस्तेमाल करने लगते हैं। माता-पिता को इस बात का अंदाजा भी नहीं रहता है कि उनके द्वारा बोले गए अपशब्दों का असर बच्चों के दिमाग पर किस तरह से पड़ सकता है। बच्चे भी बड़े होते होते उन अपशब्दों को अपनाने लगते हैं। इसलिए अपने घर का वातावरण हमेशा पॉजिटिव बनाकर रखना चाहिए अच्छे-अच्छे विचार और शब्द बोलने चाहिए।

बच्चों के सामने बहस करना

बच्चों के सामने अक्सर उनके माता-पिता आपस में बहस करते रहते हैं या फिर घर के किसी अन्य सदस्य के साथ बहस करते हैं। आपकी यह आदत बच्चों पर बहुत नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। जब आप परिवार के सदस्यों से बहस करते हैं, तो बच्चों में उस सदस्य के प्रति हीन भावना पैदा हो सकती है। बच्चे छोटे होते हैं, उनमें इतनी समझ नहीं होती है, इसलिए कभी भी बच्चों के सामने बहस नहीं करनी चाहिए।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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