BHOPAL NEWS : छोटे बच्चों में जन्मजात दिल की बीमारियों की जांच के लिए जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डीईआईसी) में विशेष जांच शिविर आयोजित किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा आयोजित शिविर में 164 बच्चों में हृदय रोग संबंधी समस्याओं की जांच की गई।
आगे के इलाज के लिए जेपी रेफ़र
बाल हृदय रोग विशेषज्ञ द्वारा 155 बच्चों का इको टेस्ट किया गया। बच्चों का चिन्हांकन आर.बी.एस.के. दल द्वारा फील्ड स्तर से किया गया था। दल द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों एवं स्कूलों में जाकर बच्चों की विभिन्न बीमारियों की जांच की गई थी। फील्ड स्क्रीनिंग के दौरान जिन बच्चों में जन्मजात हृदय रोग के प्रारंभिक लक्षण पाए गए थे, उनको विशेषज्ञ जांच के लिए आर बी एस के टीम ने जयप्रकाश जिला अस्पताल परिसर स्थित जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र रेफर किया था।
निशुल्क उपचार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
बच्चों की विशेषज्ञीय जांच बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सुप्रतीम सेन द्वारा की गई। जिन बच्चों की पूर्व में निशुल्क हृदय रोग सर्जरी करवाई गई थी ,उनकी फॉलोअप जांच भी शिविर में की गई। जांच के दौरान 49 बच्चों को सर्जरी के लिए चिह्नित किया गया है। इन बच्चों का निशुल्क उपचार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत करवाया जावेगा।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि 18 साल तक की उम्र के बच्चों में विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2013 से प्रारंभ किए गए इस कार्यक्रम के तहत आर.बी.एस.के. दल द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों एवं स्कूलों में जाकर जन्मजात विकृति, पौष्टिकता की अल्पता, बाल अवस्था की बीमारियों , विकासात्मक देरी से ग्रस्त बच्चों को चिन्हांकन किया जाता है।
निशुल्क होगी सर्जरी
जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के माध्यम से 561 बच्चों की निशुल्क हार्ट सर्जरी करवाई जा चुकी है। मंगलवार को आयोजित शिविर में जिन बच्चों में दिल की बीमारियां पाई गई हैं, उनकी सर्जरी शासन के निर्धारित पैकेज के अनुरूप चिन्हित अस्पतालों में निशुल्क की जावेगी।