Parenting Tips: हर माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी परवरिश देना चाहते हैं। कितनी ही कोशिश करने के बाद भी बच्चों की कुछ हरकतें और आदतें माता-पिता को निराश कर सकती है। बच्चों को गुस्सा बहुत आता है। क्या आपके बच्चों को भी बात-बात पर गुस्सा आता है, तो सबसे पहले तो इस बात को समझने की जरूरत है कि सिर्फ आपका बच्चा ही गुस्सा नहीं करता है बल्कि दुनिया में ऐसे कई बच्चे हैं जो बात-बात पर गुस्सा करते हैं। कई बार माता-पिता जब बच्चा गुस्सा करता है तो उसे डांटने लगते हैं, फटकारने लगते हैं, यहां तक की कभी-कभी हाथ भी उठा देते हैं। सबसे पहले आपको इस स्थिति में शांत रहने की आवश्यकता है। आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे की कैसे आपका बच्चा अगर गुस्सा कर रहा है तो आप बिना डांटे और बिना चिल्लाए स्थिति को संभाल सकते हैं, तो चलिए जानते हैं।
बच्चों के गुस्से को कैसे संभाले
1. शांत रहने की कोशिश करें
जब आपका बच्चा गुस्सा हो, तो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप खुद शांत रहें। यदि आप भी गुस्सा हो जाएंगे, तो यह स्थिति को और भी खराब कर देगा। अक्सर जब भी बच्चा गुस्सा करने लगता है तो माता-पिता उसे डांटना लगते हैं और खुद भी गुस्सा हो जाते हैं ऐसा करने से स्थिति और भी ज्यादा नाजुक बन सकती है आप चाहते हैं कि आपके बच्चे का गुस्सा जल्द ही शांत हो जाए तो सबसे पहले आपको खुद को शांत रखने की जरूरत है।
2. बच्चे की बात सुनें
बच्चे को शांत होने दें और उसकी बात सुनें। उसे समझने की कोशिश करें कि वह क्यों गुस्सा है। कई बार ऐसा होता है कि जब बच्चे गुस्सा करते हैं तो माता-पिता उनकी बातों को काटते हैं और अंजुना करते हैं, ऐसा करना बच्चों को और भी ज्यादा गुस्सा दिला सकता है। आप ध्यान से अपने बच्चों की हर बात सुने और समझे कि इस बात को करने के पीछे उसका क्या कारण है।
3. बच्चे को भावनाओं को समझने में मदद करें
बच्चे को बताएं कि गुस्सा होना एक सामान्य भावना है, लेकिन इसे नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। बच्चे को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के स्वस्थ तरीके सिखाएं। बच्चे मन के चंचल होते हैं यह यह बखूबी जानते हैं। कई बार बच्चे गुस्से के जरिए अपने मन में तभी बातों को साझा करते हैं, इसलिए जब बच्चा गुस्सा करता है तो आप उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश करें और उन्हें दांतों की वजह प्यार से समझाएं।
4. बच्चे को आदेश ना दें, बल्कि प्यार से बोलें
बच्चों को बताएं कि आप उनसे क्या चाहते हैं, लेकिन उन्हें आदेश न दें। उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं, “क्या तुम कृपया अपना कमरा साफ करोगे?” यह उन्हें स्वतंत्र महसूस कराएगा और उन्हें अपनी जिम्मेदारी लेने में मदद करेगा।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।