Baby Feeding Bottle : बच्चों को दूध की बोतल से दूध पिलाते हैं तो उसकी साफ सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। छोटे बच्चे वैसे भी बहुत जल्द इंफेक्शन पकड़ लेते हैं। बोतल अगर ठीक तरह से साफ नहीं हुई तो बच्चों के बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। दूध की बोतल में बैक्टीरिया पनपने की रफ्तार बहुत तेज होती है। उसकी एक वजह दूध की बोतल का प्लास्टिक का होना है, दूसरी वजह दूध भी है। जो ठीक से साफ नहीं हुआ तो उसी में बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसलिए बोतल को सिर्फ साबुन के पानी से धोना काफी नहीं।
पानी से करें साफ
बच्चे को दूध देने के बाद खाली बोतल को ऐसे ही रखें न रहने दें। बोतल को कम से कम पानी से तुरंत खंगाल कर ही रखें। बिना धोए बोतल को रखने से तली में दूध जम सकता है। जिसे बाद में साफ करना आसान नहीं होगा। इसलिए बोतल साफ करने की पूरी प्रोसेस भले ही बाद में करें लेकिन उसे खाली होते ही कम से कम पानी से धोकर और उसमें पानी भरकर रख दें।
साबुन के पानी से करें साफ
बोतल को साफ करने के लिए सबसे पहले साबुन के पानी का उपयोग करें। अब तो मार्केट में ऐसे खास लिक्विड मिलने लगे हैं जो सिर्फ दूध की बोतल साफ करने के लिए बने होते हैं। हो सके तो उन्हीं लिक्विड का इस्तेमाल करें। क्योंकि, सर्फ से बोतल धोने के बाद हो सकता है पानी से धोने के बावजूद उसमें सर्फ छूट जाए। इसलिए ऐसा लिक्विड चुने जो आसानी से साफ हो सके।
स्टरलाइज करें
बोतल को साबुन से धोने के बाद स्टरलाइज करना जरूरी है। इसके लिए आप आधुनिक स्टरलाइजर खरीद सकते हैं या पानी में डालकर उबाल सकते हैं। पानी में डालकर उबालें तो ये ध्यान रखें कि बोतल पूरी तरह से पानी में डूब जाए। कम से कम बीस मिनट तक बोतल को पानी में उबालें। ऐसा करने से बोतल पूरी तरह जर्म फ्री होगी।
फ्रीज में रखें
स्टरलाइज करने के बाद बोतल को उसी पानी में रखे रहने दें। बोतल को या तो फ्रिज में रख दें। स्टरलाइजर हो तो उसी में रखे रहने दें। अगर ऐसा संभव न हो तो दूध भरने से पहले एक बार फिर बोतल तो पानी में गर्म कर लें।
*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। MP Breaking news इसकी पुष्टि नहीं करता है।