Plant Care: मटर एक ऐसा पौधा है, जिसे गार्डन में आसानी से उगाया जा सकता है और यह तेजी से बढ़ता है। इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती लेकिन इसके लिए पर्याप्त धूप और उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है।
खास बात यह है कि आप मटर के पौधे को पानी की बेकार पड़ी बोतलों में भी लगा सकते हैं, जिससे पानी की बचत होती है और साथ ही यह पौधा आसानी से घर के बगीचे में उगाया जा सकता है। मटर के पौधे को रोपने के बाद इसे नियमित पानी देना जरूरी है ताकि यह अच्छी तरह विकसित हो सके।
सामग्री:
खाली प्लास्टिक की बोतल
मटर के बीज
मिट्टी और खाद
कैंची या चाकू
पानी
छोटे पत्थर या बजरी
मटर के पौधे को बोतल में कैसे लगाएं
मटर उगाने के लिए पहला कदम
बोतल तैयार करने के लिए सबसे पहले खाली प्लास्टिक की बोतल को अच्छे से धोकर सुखा लें। फिर बोतल पर लगे किसी भी लेवल या चिपकने वाली पदार्थ के अवशेष हटा दें। इसके बाद कैंची या चाकू की मदद से बोतल के निचले हिस्से में छोटे-छोटे छेद कर दें, ताकि पानी की सही निकासी हो सके। पौधा लगाने और पानी देने के लिए बोतल के ऊपर की और एक बड़ा छेद भी बनाना जरूरी है। इस तरह से बोतल को तैयार करने के बाद आप इसमें मटर के बीज और मिट्टी लगा सकते हैं।
जल निकासी के लिए पत्थरों की परत
जल निकासी के लिए बोतल के तल पर छोटे पत्थरों या बजरी की परत रखनी चाहिए। यह परत पानी को सही तरीके से बहाने में मदद करती है और जल भराव को रोकते हैं, जिससे मटर के पौधों की जड़ों को सड़ने से बचाया जा सकता है। इसके अलावा यह पौधे को स्वस्थ और अच्छी तरह से बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि जड़े हवा और अपनी दोनों को ठीक से प्राप्त करती है। इस तरीके से पौधा बेहतर तरीके से विकसित होता है।
सही मिट्टी और खाद का मिश्रण
बोतल में गमले की मिट्टी और खाद भरते समय यह सुनिश्चित करें कि ऊपर पानी डालने के लिए थोड़ी जगह बची रहे। मिट्टी हल्की और ढीली होनी चाहिए ताकि उसमें पर्याप्त हवा पहुंच सके और जेड सही तरीके से विकसित हो सके। मिट्टी का सही मिश्रण पौधे की वृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे जोड़ों को पोषक तत्व और हवा दोनों मिलते हैं, जो मटर के पौधे को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
बीज बोने और ढकने का सही तरीका
अब पैकेट पर दिए गए निर्देशों के अनुसार मटर के बीजों को मिट्टी में बोएं। चार-पांच बीजों को हल्के से थोड़ी-थोड़ी दूरी पर मिट्टी में दबा दें, ताकि वे अच्छे से उग सके। फिर बीजों को मिट्टी की एक पतली परत से ढक दें, ताकि बीज सुरक्षित रहे और उन्हें सही वातावरण मिले। ध्यान रखें कि बीजों को अधिक गहरा ना दबाएं, ताकि उनका अंकुरण सही से हो सके।
पानी देने का सही तरीका
पानी देने के दौरान ध्यान रखें कि ज्यादा पानी डालने से बचें, क्योंकि अत्यधिक पानी से मटर के पौधे की जड़ें सड़ सकती है। इसलिए हल्का पानी दे ताकि मिट्टी गीली बनी रहे लेकिन पानी की अधिकता ना हो। स्प्रे बोतल या पानी के कैन का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करें की मिट्टी में पर्याप्त नमी हो, लेकिन उसमें पानी का ठहराव न हो। इस प्रकार की देखभाल से पौधे की जड़ें स्वस्थ रहेंगी और अच्छी वृद्धि संभव होगी।
धूप और प्रकाश की सही व्यवस्था
बोतल को ऐसी जगह पर रखें जहां उसे प्रतिदिन कम से कम 6 8 घंटे की धूप मिल सके, ताकि मटर के पौधे को आवश्यक प्रकाश मिल सके और वह अच्छे से बढ़ सके। यदि आप इंदौर खेती कर रहे हैं तो आप गो लाइट का उपयोग भी कर सकते हैं जो पौधों के लिए प्राकृतिक धूप के समान लाभकारी होती है। यह सुनिश्चित करेगा कि पौधे को पर्याप्त प्रकाश मिले जिससे उनकी वृद्धि स्वस्थ और मजबूत होगी।