देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक “HDFC Bank” ने उधारकर्ताओं कों राहत दी है। विभिन्न टेन्योर के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स में कटौती की है। लोन के दरों (Loan Rates) में 10 बीपीएस की कमी हुई है। नए रेट 7 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो चुके हैं। संशोधन के बाद एमसीएलआर 9.10% से 9.35% है।
बता दें कि एमसीएलआर न्यूनतम इंटरेस्ट होता है, जो बैंक लोन पर लगाते हैं। यह टेन्योर पर निर्भर करता है। रेपो रेट में बदलाव के आधार पर इसमें उतार-चढ़ाव होता है। जिसका सीधा असर पर्सनल लोन, होम लोन, व्हीकल लोन और अन्य कर्ज पर पड़ता है। ईएमआई का बोझ भी कम होता है।

नई एमसीएलआर रेट जानें
ओवरनाइट एमसीएलआर 9.20% से घटकर 9.10% हो गया है। एक साल के लिए दरें 9.40% से घटकर अब 9.30% हो गया है। तीन साल के लिए एमसीएलआर अब 9.35% है, जो पहले 9.45% है। एक महीने के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स 9.10% है, जो पहले 9.20% है। 10 बीपीएस की कटौती के बाद तीन महीने के लिए दरें 9.20%, 6 महीने के लिए 9.30% और दो साल के लिए 9.30% है।
रेपो रेट में कटौती की उम्मीद
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एमपीसी बैठक 7 से 9 अप्रैल तक चलेगी। विशेषज्ञ रेपो रेट में 25 बीपीएस कटौती का अंदाजा लगा रहे हैं। आरबीआई के इस फैसले के बाद दरें 6.25% से घटकर 6% हो जाएंगी। बता दें फरवरी में भी केन्द्रीय बैंक ने साल साल बाद 25 बीपीएस कटौती की थी।
बैंक एफडी पर दे रहा कितना ब्याज?
एचडीएफसी बैंक ने 1 अप्रैल 2025 को ही एफडी के ब्याज दरों में बदलाव किया था। 7 दिन से लेकर 10 साल के टेन्योर पर सामान्य नागरिकों को 3% से लेकर 7.25% ब्याज मिल रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% एक्स्ट्रा रिटर्न बैंक ऑफर कर रहा है, उनके लिए दरें 3.50% से लेकर 7.75% हैं। सबसे ज्यादा रिटर्न 18 महीने से लेकर 21 महीने से कम के टेन्योर पर मिल रहा है। 7 से 30 दिन के डिपॉजिट पर 3% ब्याज मिल रहा है।