Plant Care: गमले में लगे करी पत्ता के पौधे की नहीं हो रही है ग्रोथ? अपनाएं ये सीक्रेट टिप्स

Plant Care: करी पत्ता का पौधा हर भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है। इसकी पत्तियां खानों का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती हैं। लेकिन कई बार गमले में लगा करी पत्ता का पौधा अच्छी तरह से नहीं बढ़ पाता है।

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Plant Care: करी पत्ता का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। करी पत्ता की हरी-हरी पत्तियां खानों का स्वाद बढ़ाने में विशेष भूमिका निभाती है। जिसके चलते कई लोग इस पौधे को अपने घर के गार्डन या फिर गमले में लगाते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है की अच्छी देखभाल करने के बाद भी करी पत्ता का पौधा अच्छे से फल फूल नहीं पाता है।

अच्छी देखभाल करने के बाद भी अगर आपको नतीजा अच्छा नहीं मिल पा रहा है तो ऐसे में हम आपको आज कुछ ऐसे आसान टिप्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप अपने करी पत्ते के पौधों को घना और हरा-भरा बना सकते हैं। जब कभी भी पौधों की बात आती है तो पौधों को समय पर पानी देना, धूप देना, समय-समय पर पौधों की देखभाल करना, उनमें खाद डालना, यह बातें बेहद ही आम होती है। बहुत लोग इन बातों को अच्छे से जानते हैं, लेकिन फिर भी पौधों की अच्छे से देखभाल नहीं कर पाते हैं। इसी विषय पर आज हम चर्चा करेंगे और विस्तार से जानेंगे कि आखिर करी पत्ते के पौधों की देखभाल किस प्रकार करनी चाहिए।

सब्जी और फलों के छिलकों से बनी खाद

करी पत्ते के पौधों को हरा-भरा बनाने और तंदुरुस्त रखने का सबसे आसान और सस्ता तरीका है सब्जी और फलों के छिलकों से बनी खाद का उपयोग करना। इस खाद को बनाने के लिए आप रसोई में पाए जाने वाले सब्जी के छिलके, फल के छिलके, चाय की पत्ती आदि को इकट्ठा करके खाद बना सकते हैं। यह खाद पौधों के लिए बेहद ही अच्छी होती है क्योंकि इसमें बहुत पोषक तत्व पाए जाते हैं। जब आप करी पत्ता के पौधे में यह खाद डालेंगे तो करी पत्ता के पौधों को पोषक तत्व प्रदान होगा। यह घरेलू खाद आपको अपने पौधों के लिए जरूर अपनानी चाहिए, यह खाद न सिर्फ करी पत्ते के पौधे के लिए बल्कि हर पौधे के लिए फायदेमंद होती है।

निराई-गुड़ाई

करी पत्ते के पौधों को हरा-भरा और स्वस्थ रखने के लिए निराई-गुड़ाई करना भी बेहद जरूरी है। समय-समय पर पौधे के आसपास की मिट्टी को खोदकर ऊपर नीचे करना बेहद जरूरी है, साथ ही साथ पौधे में जमी गंदगी को भी हटाना जरूरी है। ऐसा करने से खरपतवार हट जाते हैं। खरपतवार पौधों की जड़ों से पोषक तत्व और पानी छीन लेते हैं जिससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है। समय-समय पर मिट्टी को थोड़ा खोदने से हवा का संचार बेहतर होता है, जड़ों में पोषक तत्व पहुंचता है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि पौधों को स्वस्थ रखने के लिए मिट्टी की हल्की-हल्की खुदाई करना जरूरी है।

पत्तों की खाद

पौधों को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें पोषण प्रदान करना बहुत ही जरूरी माना जाता है। फल और सब्जियों के छिलके के अलावा आप पौधों के झड़ रहे पत्तों से भी खाद बना सकते हैं। यह खाद पौधों के पुराने पत्तों को सड़ाकर तैयार की जाती है, इस खाद का इस्तेमाल करने से पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं। इस खाद का इस्तेमाल करने से पौधा हरा भरा होता है और सूखता नहीं हैं।

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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