Prepare Your Garden For Summer : मौसम बदलने के साथ पौधों की देखभाल का तरीका बदलना चाहिए। अभी तो मौसम ठंडा है, लेकिन गर्मी में पौधों की जरूरतें अलग होंगी। आमतौर पर जब तापमान बढ़ चुका होता है तब हम पौधों की देखभाल में लगते हैं। तब तक गर्मी से पौधों को हरियाली गायब हो जाती है और कई पौधे तो सूखकर मरने भी लगते हैं। गर्मी की शुरुआत में ही पौधों की सुरक्षा का इंतजाम कर लेना चाहिए।
मल्चिंग करना
पौधों को मल्चिंग करने से सूर्य की रोशनी सीधे तौर पर मिट्टी तक नहीं पहुंच पाती है। मल्चिंग में मिट्टी की सतह पर सूखी पत्तियां, घास और धान का पुआल आदि की एक परत बिछाई जाती है। इससे लंबे समय तक पौधे की जड़ के आसपास नमी रहती है और ये सूखते नहीं हैं। मल्चिंग के लिए पहले से सामग्री का इंतजाम कर लें।
छांव तैयार करें
पौधे गमले में लगे हैं तो उनके लिए ऐसा स्थान तैयार करें जहां छांव हो। अगर छांव नहीं है तो अलग से तैयारी करें। तेज धूप को रोकने के लिए बगिया में जालीदार पर्दा लगाएं। इसे आप खुद ही घर पर सूती कपड़े से तैयार कर सकते हैं। इससे पौधे गर्मी में झुलसने से बच जाते हैं। ग्रीन शेडेड नेट भी लगा सकते हैं। शेड नेट में 25 फ़ीसदी धूप आनी चाहिए और 75 फ़ीसदी छाया होनी चाहिए। जमीन में लगे पौधों को भी इनसे ढका जा सकता है। धूप से आपके पौधे झुलस सकते हैं। इन्हें सुरक्षित रखना है तो गमीं शुरू होने से पहले ही कुछ जरूरी इंतजाम कर लें।
खरपतवार हटा दें
पौधों के आसपास से खरपतवार अलग कर दें। खरपतवार पौधों के आसपास उगकर मिट्टी से आवश्यक पोषक तत्व ले लेती है। इससे होगा ये कि अगर आप भविष्य में कोई नया पौधा लगाते हैं तो उसे मिट्टी से पोषक तत्व नहीं मिल पाएंगे। बगिया में उगी हुई खरपतवार कीड़े और बीमारियों को आश्रय दे सकती है।
कटाई-छंटाई करें
यह गर्मी में पौधों की देखभाल करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। खराब, सूखी व मुरझाई हुई पत्तियों को हटाने से पौधों को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त होने लगते हैं और पौधों का विकास भी तेजी से होता है। गर्मी की शुरुआत में ही पौधों की कटाई-छंटाई कर दें। खासतौर पर बारहमासी पौधों की छंटाई करें।
कोकोपीट का इस्तेमाल
गर्मी शुरू होने से पहले या उसकी शुरुआत में ही पौधों की री-पॉटिंग कर लें। अधिक गर्मी में पौधों की री-पॉटिंग करने से ये खराब हो सकते हैं और मर सकते हैं। गर्मियों में पौधों को बचाने के लिए कोकोपीट का इस्तेमाल कर सकते हैं। री- पॉटिंग के समय कोकोपीट और खाद का मिश्रण मिट्टी में मिलाएं। कोकोपीट अधिक तापमान में भी मिट्टी में लंबे समय तक नमी को बनाए रखने में मदद करेगा।
*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई सामान्य जानकारी है, Mpbreakingnews दी गई जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।