Relationship Tips : अगर आप भी हैं एज गैप रिलेशनशिप में, तो इन बातों का रखें खास खयाल

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कहते हैं प्यार में न उम्र की सीमा होती है न सरहदों का बंधन। अगर किसी पर दिल आ जाए तो फिर ये नहीं देखा जाता कि उसकी और आपकी उम्र में क्या फासला है, या उसका धर्म क्या है या वो कहां रहता है। बस दो लोगों के बीच प्रेम (love) सबसे अहम होता है। अगर किसी रिलेशनशिप (relationship) में दोनों पार्टनर्स के बीच उम्र का फासला कुछ अधिक हो तो दोनों ही ‘एज इज़ जस्ट अ नंबर’ वाले सिद्धांत को अपना लेते हैं। अब चाहे ये पहली नजर का प्यार हो या फिर सोच समझकर डेटिंग के बाद लिया गया फैसला, उम्र के अंतर वाले जोड़े भी बड़ी तादाद में हमारे आसपास पाए जाते हैं। लेकिन कई बार रिश्ते का शुरुआती दौर तो रुमानियत में बीत जाता है, मगर बाद में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए एज गैप रिलेशनशिप (age gap relatipnship) में कुछ बातों का खयाल रखना बेहद जरूरी है।

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  • एज गैप रिलेशनशिप उस रिश्ते को कहा जाता है जहां महिला या पुरुष अपने पार्टनर से उम्र में अधिक बड़ा हो। ये फासला 7 से लेकर 20 साल या उससे ज्यादा भी हो सकता है।
  • कई लोग इसे बेमेल जोड़ा कहते हैं। लेकिन बेमेल कुछ नहीं होता। सामाजिक अवधारणाओं का असर अपने रिश्ते पर न पड़ने दें। लोग क्या कह रहे हैं इसे नजरअंदाज़ करें।
  • जब उम्र का अंतर होता है तो दो पार्टनर्स में अनुभव और मैच्योरिटी का अंतर भी होता है। ऐसे में एक दोनों को ही इस बात का खयाल रखना होगा कि ये फर्क रिश्ते पर असर न डाले।
  • भले ही आपका पार्टनर आपसे उम्र में कम हो, लेकिन उसका पूरी तरह सम्मान करिये। सिर्फ उम्र में बड़े होने के कारण सामने वाले को हमेशा अपरिपक्व मान लेना बिल्कुल समझदारी नहीं।
  • उम्र के फासले के कारण आप दोनों की इच्छाओं, जरुरतों और प्यार जाहिर करने के तरीकों में भी फर्क हो सकता है। ऐसे में एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें।
  • कभी भी आपस में ईगो न आने दे। अहंकार के कारण रिश्ते में किसी तरह की दरार न आए, इसका खयाल रखें।
  • अगर कभी दोनों के बीच झगड़ा हो जाए तो उम्र के मतभेद भुलाकर जिसकी गलती है वो माफी मांगे। इसमें उम्र को बीच में लाना ठीक नहीं।
  • एक दूसरे की सलाह लें और उसपर पूरी गंभीरता से गौर करें।
  • अपने मन की बात एक दूसरे से शेयर करते रहें।
  • अगर आप दोनों अलग एज ग्रुप से हैं तो जाहिर है आपके दोस्तों में भी ये अंतर होगा। इसलिए अपने पार्टनर के फ्रेंड सर्किल में से यदि कोई आपको न समझता हो तो इसका दोष पार्टनर पर न डालें।
  • एक दूसरे के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। सामने वाली की रुचियां और काम को समझने की कोशिश करें।
  • उम्र का दायरा अलग है तो जाहिर है एक अपनी प्रोफेशनल लाइफ में सैटल होगा और दूसरा इसके लिए प्रयासरत। ऐसे में एक दूसरे की स्थितियों को समझें और उन्हें सपोर्ट करें।
  • फैशन, ड्रेसिंग सेंस, खान पान और घूमने को लेकर भी आपकी पसंद भिन्न हो सकती है। थोड़ा थोड़ा दोनों एडजस्ट करें।
  • प्यार के ही कारण आप दोनों इतने अंतर के बाद भी एक साथ जुड़े थे, इसलिए इस प्यार को बनाए रखने की हरसंभव कोशिश कीजिए।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।