ये 5 संकेत जो बताएंगे सच्चे और झूठे दोस्तों में अंतर, जानें यहां

Sanjucta Pandit
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Signs of a Fake Friend : सच्चे दोस्त हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं और वे हमारे लिए अहम होते हैं। दोस्ती में एक गहरा विश्वास होता है, जो हमारी खुशियों और दुखों को साझा करने में मदद करता है। हालांकि, किस्मत वालों को ही सच्ची दोस्ती मिलती है। सच्चे दोस्त बनाने के लिए आपको सबसे पहले खुद में विश्वास और सच्चाई का पालन करना होता है। दोस्ती का आरंभ आपके और दूसरे व्यक्ति के बीच समझदारी, समर्थन और सहयोग के साथ होता है। कुछ लोग बहुत खुशनसीब होते हैं, जिन्हें सच्चे और विश्वासी दोस्त मिलते हैं, जबकि दूसरों को कई बार धोखा मिलता है। जिन्हें आपसे नहीं बल्कि आपके पैसो, आराम और अन्य चीजों से मतलब होता है जो कि आपसे मतलब निकालते हैं और पतली गली से आपको गलत साबित करते हुए निकल लेते हैं। आइए आपको बताते हैं कि आखिर फेक फ्रेंड की पहचान कैसे करनी है…

ये 5 संकेत जो बताएंगे सच्चे और झूठे दोस्तों में अंतर, जानें यहां

नाम की दोस्ती

फेक फ्रेंड्स आपके साथ सिर्फ नाम की दोस्ती करते हैं, जो केवल अपने लिए सोचते हैं। ऐसे दोस्तों से जुड़कर आपको आत्मा-संतोष नहीं मिलता और जीवन में आपकी तरक्की और समृद्धि में रुकावट हो सकती है। वो आपकी जीवन के किसी चीजों से कोई मतलब नहीं रखते हैं। चाहे वो आपका इमोशन हो या कोई चिंता, उन्हें केवल खुद की खुशी दिखती है।

काम के वक्त याद करना

फेक दोस्तों की पहचान की एक महत्वपूर्ण निशानी होती है। जिसमें वे केवल अपने ही फायदे के लिए हमसे जुड़ते हैं और आपसे तब तक बात करते हैं जब तक उन्हें आपसे काम लेना हो। ऐसे लोग काम पड़ने पर आपको फोन करते हैं या मैसेज का जवाब देते हैं।

ईर्ष्या रखना

सच्चे दोस्त हमारी सफलता और खुशियों में हमारे साथ खड़े होते हैं। उन्हें हमारी सफलता पर गर्व होता है लेकिन फेक फ्रेंड्स आपकी कामयाबी से ईर्ष्या करते हैं। आपसे द्वेष की भावना रखते हैं और आपके साथ कॉम्पटीशन भी करते हैं। आपकी हर बात पर वो नकारात्मक जवाब और ताना मार सकते हैं।

बीजी लाइफ का बहाना

सच्चे दोस्त अपनी व्यस्त जीवन में अपने दोस्तों के लिए समय निकालते हैं और वे हमेशा हमारे साथ होते हैं, जब हमें उनकी आवश्यकता होती है जबकि फेक दोस्त हमारे साथ सिर्फ बिजी लाइफ का बहाना बनाते हैं और वक्त निकालने की बजाय हमें अकेला छोड़ देते हैं, जब हमारी आवश्यकता होती है। ये दोस्त आमतौर पर सिर्फ अपने ही लाभ के लिए हमारे पास आते हैं और हमारी सच्ची जरूरतों के साथ खड़े नहीं होते।

आपसे केवल मांगेगा

सच्चे दोस्ती में देना और लेना दोनों ही महत्वपूर्ण होता है। यदि कोई व्यक्ति केवल लेना चाहता है और उन्हें अपने साथियों के साथ सहयोग और समर्थन में कोई रुचि नहीं है, तो वो फेक दोस्त है।

ऐसे लोगों से हमेशा समय रहते दूर हो जाना चाहिए, वरना ये आपको हर्ट करने में जरा भी कसर नहीं छोड़ते हैं। फेक दोस्तों से दूर रहना जरूरी होता है। ये लोग आपके साथ दोस्ती करने का सिर्फ बहाना बनाते हैं और अक्सर आपको हानि पहुंचाते हैं। यदि आप भी ऐसे दोस्तों के चुंगल में फंस चुके हैं तो तुरंत उनसे दूरी बना लें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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