Space Tourism : कैसा हो अगर आप अपना वीकेंड चाँद पर मनाएं ? या लॉन्ग ड्राइव के लिए ब्रह्मांड का चक्कर लगाने निकल जाएं ? अब तक हमने साइंस फिक्शन फिल्मों में ही अंतरिक्ष की यात्राएं देखी हैं, लेकिन आने वाले समय में ये बात वास्तविकता बनने की ओर बढ़ रही है। आज जिस तेजी से इस दिशा में काम हो रहा है, स्पेस टूरिज्म का भविष्य बहुत रोमांचक दिख रहा है। और इस बात की संभावनाएं बढ़ गई है कि कुछ साल बाद आप पृथ्वी के बाहर की यात्रा का रोमांचक अनुभव ले सकेंगे।
स्पेस ट्रेवल या स्पेस टूरिज्म एक ऐसा क्षेत्र है, जो पिछले कुछ वर्षों में काफी तेज़ी से विकसित हुआ है और भविष्य में इसे मुख्यधारा में लाने के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। ये क्षेत्र अब इतनी गति से से विकसित हो रहा है कि उम्मीद की जा रही है कुछ दशक बाद अंतरिक्ष पर्यटन भी सामान्य यात्रा का हिस्सा बन जाएगा। ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि क्या भविष्य में हम ब्रह्मांड में छुट्टियां मनाने जाएंगे?
वर्तमान में Space Tourism की स्थिति
अंतरिक्ष पर्यटन की राह खोलने में Blue Origin, SpaceX, और Virgin Galactic जैसी कंपनियां अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। ये कंपनियां कुछ चुनिंदा यात्रियों को अंतरिक्ष की सीमाओं के पास तक भेजने का काम कर रही हैं। Virgin Galactic के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन ने 2021 में अपने रॉकेट विमान के माध्यम से अंतरिक्ष की सीमाओं के पास जाने वाले पहले वाणिज्यिक यात्री समूह का नेतृत्व किया था। इसके बाद Blue Origin और SpaceX ने भी ऐसे अभियान शुरू किए, जिनमें आम लोग अंतरिक्ष की ओर यात्रा कर रहे हैं, हालांकि अभी तक यह महज़ कुछ घंटों का अनुभव है और सिर्फ बहुत धनी लोगों के लिए ही उपलब्ध है।
अंतरिक्ष पर्यटन के प्रकार
- सबऑर्बिटल पर्यटन : इसमें यात्रा करने वाले लोग पृथ्वी के वातावरण के बाहर जाकर कुछ मिनटों के लिए अंतरिक्ष का अनुभव करते हैं। रॉकेट पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश नहीं करता, लेकिन यात्रियों को 100 किलोमीटर ऊँचाई तक भेजता है, जहां वे कुछ सेकंड के लिए वजनहीनता (weightlessness) का अनुभव करते हैं। Virgin Galactic और Blue Origin इस प्रकार की सेवाएं दे रहे हैं।
- ऑर्बिटल पर्यटन : इसमें यात्री पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते हैं और कुछ दिनों तक अंतरिक्ष स्टेशन या अन्य अंतरिक्ष जहाजों पर रहते हैं। SpaceX इस दिशा में काम कर रहा है और कुछ मिशनों में लोगों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक भेजने की योजना बना रहा है।
- मंगल और अन्य ग्रहों के लिए पर्यटन : भविष्य में, शायद कुछ दशकों बाद हम मंगल या अन्य ग्रहों के लिए पर्यटन की कल्पना भी कर सकते हैं। SpaceX ने Mars पर मानव बस्तियाँ बनाने की योजना बनाई है और एक दिन यह भी संभव हो सकता है कि लोग मंगल पर एक छुट्टी पर जाएं।
कल्पनाओं की उड़ान : भविष्य में अंतरिक्ष पर्यटन की संभावनाएं
- कम लागत, अधिक पहुंच : हालांकि अभी अंतरिक्ष यात्रा की कीमत बहुत ज्यादा है (सबऑर्बिटल यात्रा के लिए लगभग 250,000 डॉलर या 2 करोड़ रुपये), लेकिन भविष्य में प्रौद्योगिकी में सुधार और प्रतिस्पर्धा के कारण ये कीमतें घट सकती हैं। जैसे-जैसे रॉकेट और स्पेस शटल की लागत कम होगी, वैसे-वैसे अंतरिक्ष यात्रा अधिक लोगों के लिए सुलभ हो सकेगी।
- टिकट के प्रकार और उनकी उपलब्धता : अंतरिक्ष पर्यटन में दो प्रमुख प्रकार के यात्री होंगे: प्रमुख यात्री, जो अंतरिक्ष के अनुभव को बारीकी से अनुभव करना चाहते हैं और इसके लिए बहुत अधिक कीमत राशि चुकाते हैं। और दूसरे आम यात्री, जिनके लिए यह एक अद्भुत और रोमांचक अनुभव होगा।
- नए पर्यटन स्थल : हम इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि भविष्य में अंतरिक्ष में विभिन्न नए पर्यटन स्थल बन सकते हैं। जैसे चाँद पर एक होटल होगा जहाँ आप पृथ्वी से बाहर रातें बिता सकते हैं। मंगल ग्रह, चाँद और अन्य खगोलीय पिंडों पर पर्यटन के लिए मानव बस्तियां और रिसॉर्ट्स बन सकते हैं।
- मनुष्य और अंतरिक्ष का संबंध : अंतरिक्ष पर्यटन का अनुभव मानवता को अंतरिक्ष की महत्ता और हमारे ग्रह पृथ्वी के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदलने में मदद करेगा। इससे पृथ्वी के पर्यावरण को लेकर नई समझ और विचार पैदा हो सकते हैं, और लोग शायद अधिक स्थिरता की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित होंगे।
क्या स्पेस टूरिज्म सुरक्षित है
अंतरिक्ष यात्रा के लिए सुरक्षा अभी भी एक बड़ी चुनौती है। रॉकेटों के प्रक्षेपण और कक्षीय यात्रा में कई जोखिम होते हैं और अंतरिक्ष पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े नियम और प्रोटोकॉल आवश्यक हैं। हालांकि, इन कंपनियों ने सुरक्षा मानकों को उच्चतम स्तर तक पहुंचाने के लिए कई उपाय किए हैं, फिर भी यह एक लंबी प्रक्रिया है। यात्रा से पहले यात्रियों को विशेष प्रशिक्षण लेना पड़ता है और यात्रा के दौरान भी विभिन्न सुरक्षा उपायों का पालन करना होता है।
इसके पर्यावरणीय प्रभाव
इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि अंतरिक्ष यात्रा की ओर बढ़ने से पृथ्वी के वातावरण पर प्रभाव पड़ सकता है। रॉकेटों द्वारा किए गए लॉन्च से उत्पन्न होने वाला प्रदूषण और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन एक चिंता का विषय हो सकता है। इसलिए, कई कंपनियां और संस्थाएँ पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए नए और अधिक पर्यावरण-अनुकूल रॉकेट प्रणालियों का विकास कर रही हैं। उदाहरण के लिए, “Reusable Rockets” (पुनः उपयोग करने योग्य रॉकेट) जैसी तकनीकों से रॉकेट के पुनः उपयोग की संभावना बढ़ाई गई है, जिससे लॉन्च की लागत और पर्यावरणीय प्रभाव कम हो सकते हैं। इसके अलावा, वैज्ञानिक नॉन-टॉक्सिक, हरित रॉकेट ईंधन पर भी काम कर रहे हैं।