सर्दियों में थोड़ी सी सावधानी से पाइये अच्छी सेहत

madhyapradesh, winter

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सर्दी का मौसम आ गया है और हर बार मौसम बदलने के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याएं शुरु हो जाती है। इसलिए बेहतर है कि शुरुआत से ही कुछ उपाय अपनाकर हम आने वाले मौसम का भरपूर आनंद उठा सकें और बीमारियों से भी बचे रहें। आज हम आपको कुछ ऐसी ही बातें बताने जा रहे हैं, जिनसे आप सर्दियों में परेशानियों से बच सकते हैं।

Ankita Lokhande ने पति विक्की के साथ मनाई अपनी पहली दिवाली, देखें खूबसूरत फ़ोटोज़

  • सबसे पहले अपने शरीर की तासीर के हिसाब से खानपान का चयन करें। अगर आपको शीत से समस्या है तो मौसम की शुरुआत के साथ ही ठंडी खाद्य वस्तुओं से परहेज शुरु कर दें।
  • खाद्य विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में सलाद और कच्ची सब्जियां शरीर में अम्लता बढ़ा देती है। इसी के साथ मीठे का अधिक सेवन भी ठीक नहीं है।
  • सर्दियों में सब्जियों की बहार होती है। इस मौसम में जी भरकर सूप पिएं। ये आपको स्वाद और सेहत एक साथ देगा।
  • रात में सोते समय पंखा चलाने की आदत को छोड़िए। अक्सर कई लोग पंखा चलाकर फिर चादर या कंबल ओढ़कर सोते हैं। ऐसे में भले आपको ठंड महसूस न हो, लेकिन पंखे की हवा आपके शरीर को नुकसान पहुंचाती है।
  • सर्दियों को हम सबसे हेल्दी मौसम मानते हैं और इस दौरान तली हुई चीजों या परांठे भी खूब खाए जाते हैं। लेकिन ये आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकते हैं। इसलिए ज्यादा तली चीज़ें न खाएं।
  • सर्दी का मौसम अस्थमा, साइनल या ह्रदय रोगियों के लिए अधिक रिस्क लेकर आता है। ऐसे लोग अपना खास खयाल रखें और थोड़ी भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
  • अपने आपको अच्छे से ढंककर रखें। खासकर सिर, कान और पैरों में टोपी और मोज़े पहनें। बाहर निकलते समय ध्यान रखें कि ठंडी हवा के सीधे संपर्क में न आएं।

(डिस्क्लेमर – ये आलेख मेडिकल रिपोर्ट्स से प्राप्त जानकारी के आधार पर है। हम इसे लेकर कोई दावा नहीं कर रहे। किसी भी तरह की स्वास्थ्यगत समस्या होने पर सबसे पहले चिकित्सकीय परामर्श लें)


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।