भोपाल, 18 जनवरी: एनर्जी ड्रिंक्स ने बच्चों को मेंटल और फिजिकली कमजोर बना रखा है, इसे लेकर एक अध्ययन में खुलासा किया गया है। जानकारी के अनुसार इंग्लैंड की टीसाइड और न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने 21 से अधिक देशों के 12 लाख बच्चों और युवाओं पर की गई 57 स्टडीज के डेटा का विश्लेषण किया है।
उनके अनुसार, एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद शुगर और कैफीन के कारण बच्चों का दिमाग कमजोर हो रहा है और नशे की लत बढ़ रही है। एनर्जी ड्रिंक्स की मात्रा में वृद्धि से बच्चों की सेहत पर हो रहे नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है।
युवाओं के बीच लोकप्रिय
एनर्जी ड्रिंक्स को ज्यादातर टीनेजर्स और युवाओं के बीच लोकप्रिय माना जाता है, लेकिन इसके नुकसानकारी प्रभावों का असर बच्चों के स्वास्थ्य पर भी हो रहा है। इससे शरीर को मिलने वाली एनर्जी महज कुछ समय के लिए होती है और इससे होने वाले नुकसान की चुनौती है, जो स्थायी हो सकती है।
मेंटल और फिजिकल ग्रोथ में बाधा
इस अध्ययन में पाया गया कि बच्चों के प्रदर्शन में सुधार और बॉडी में ज्यादा एनर्जी का दावा करने वाले एनर्जी ड्रिंक्स दरअसल बच्चों की सेहत को खतरनाक तरीके से नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे बच्चों की मेंटल और फिजिकल ग्रोथ में बाधा बन रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह भी बताया है कि एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद उच्च मात्रा का शुगर और कैफीन बच्चों के दिल, किडनी, और ब्रेन को हानि पहुंचा सकते हैं, और इससे उनके दिल, मस्तिष्क, और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दबाव पड़ सकता है।
इस अध्ययन की रिपोर्ट को देखते हुए अब बच्चों के स्वास्थ्य पर एनर्जी ड्रिंक्स के असर को लेकर जागरूकता बढ़ाने की मांग की जा रही है और उन्हें सेहतमंद आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।