Personality Traits: बांहों को मोड़ने का तरीका व्यक्तित्व के बारे में कहता है कई बातें, ऐसे जानें पर्सनैलिटी

Diksha Bhanupriy
Published on -
Personality Traits

Personality Traits: हर व्यक्ति का व्यक्तित्व दूसरों से अलग होता है। कुछ लोग शर्मीले स्वभाव के होते हैं, तो कुछ अपनी कोई भी बात सरपट तरीके से किसी के भी सामने बोल देते हैं। व्यक्ति का यह व्यवहार ही उसे लोगों के बीच पहचान दिलाता है। हालांकि, किसी को भी देखकर उसके बारे में सब कुछ पता लगाना बहुत मुश्किल काम है, लेकिन कुछ बातों के जरिए व्यक्तित्व का खुलासा हो जाता है।

व्यक्ति जिस तरह से बोलता है, खाता, बैठता, चलता है उसके शरीर के अंगों का जो आकार होता है। उसके आधार पर उसके व्यक्तित्व के बारे में कई खुलासे होते हैं। आपने अक्सर यह देखा होगा कि हर व्यक्ति अपनी बांहों को अलग-अलग तरीके से मोड़ता है। आज हम आपको इसी मुद्रा के आधार पर व्यक्तित्व परीक्षण की जानकारी देते हैं।

दोनों हाथों को थामना

कुछ लोग अपनी बांहों को मोड़ कर पेट के ऊपर ले जा कर हथेलियां क्रॉस करते हैं। ऐसे लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं और इन्हें बाहर लोगों के सामने खुलापन महसूस नहीं होता है। बॉडी लैंग्वेज के लिहाज से देखा जाए तो यह आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है। इससे यह साबित होता है कि व्यक्ति तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रहा है।

सामने से क्रॉस

कुछ लोग जब अपनी बांहों को मोड़ते हैं तो उनका एक हाथ नीचे होता है और दूसरे हाथ से वह अपनी कोहनी की साइड को पकड़ते हैं। व्यक्ति की यह बॉडी लैंग्वेज दर्शाती है कि वह उदास है और तनाव ग्रस्त जिंदगी जी रहा है। वह किसी तरह से खुद को आराम देने की कोशिश कर रहा है। खासकर जब किसी भी व्यक्ति को भीड़ भरी जगह पर ऐसा करते हुए देखा जाता है। इसका मतलब यह है कि वह असुरक्षित महसूस कर रहा है और उसके अंदर शर्मीलापन है। दूसरों के सामने अपनी आत्मविश्वास भारी छवि पेश करने के लिए यह मुस्कुराते हैं, हाथों के इशारे करते हैं। लेकिन बांहों को क्रॉस करने की शैली इनके बारे में सब कुछ बताती है।

पीठ के पीछे हाथ पकड़ना

कुछ लोगों को जब आप देखेंगे तो वह पीठ के पीछे अपने एक हाथ को पकड़ लेते हैं। व्यक्ति की इस मुद्रा का मतलब यह है कि वह खुद को छोटा महसूस कर रहा है और कहीं ना कहीं उसमें कॉन्फिडेंस लेवल कम है। ऐसे व्यक्ति विनम्र तो बहुत होते हैं लेकिन हमेशा खुद में शक्ति की कमी का एहसास करते हैं। यह किसी तरह से हर परिस्थिति में खुद को सांत्वना देने की कोशिश करते हैं। इनके हाथ की पकड़ जितनी ज्यादा ऊंची और पीठ के करीब होती है, यह उतने ही ज्यादा तनाव ग्रस्त और बेचैन होते हैं।

पीछे हाथ जोड़ना

कुछ लोग जब खड़े होते हैं, तो अपने हाथों को पीठ के पीछे जोड़ लेते हैं। ऐसे लोगों को दूसरा क्या कर रहा है इस बात से कोई मतलब नहीं रहता और यह अपनी जिंदगी में मगन रहना पसंद करते हैं। यह लोग खुद को और अपनी चीजों को लेकर संतोष जनक रहते हैं और इनमें डर की स्थिति नहीं दिखती। यह श्रेष्ठता के साथ अपना आत्मविश्वास प्रदर्शित करते हैं और इन्हें सम्मान की अपेक्षा होती है। जो लोग उच्च पद पर आसीन है या फिर किसी ग्रुप या टीम के लीडर है, उन्हें अक्सर इस तरह की मुद्रा में देखा जाता है।

Disclaimer: यहां दी गई सूचना एक सामान्य जानकारी है। इसके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


About Author
Diksha Bhanupriy

Diksha Bhanupriy

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

Other Latest News