yoga for sagging face : आज के जमाने में हर कोई खूबसूरत (Beautiful) दिखना चाहता है। वहीं बढ़ती उम्र (Age) को भी कई लोग छुपाने के लिए क्या कुछ नहीं कर जाते हैं। कोई किसी क्रीम के इस्तेमाल से अपने चेहरे (Face) की लटकती त्वचा (Loose Skin) को छुपाता है तो कोई पार्लर जाकर इसके लिए क्या कुछ नहीं करवाता। लेकिन उसके बाद भी उनकी उम्र नहीं छुप पाती है। ऐसे में अगर आप भी अपनी बढ़ती उम्र में जवां दिखना चाहते है तो आज हम आपके लिए कुछ खास टिप्स लेकर आए है। तो चलिए जानते है उन टिप्स के बारे में –
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आपको बता दे, स्किन अगर ग्लो करती है तो वो अच्छी सेहत की निशानी होती है। स्किन का ग्लो सही डाइट, प्रॉपर नींद, सही प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से आता है। वहीं व्यक्ति का तनाव, चिंता, खराब आहार आदि त्वचा को ख़राब बनाता हैं और चेहरे पर मुंहासे और रूखापन लाता हैं।
अच्छी त्वचा का महत्त्व –
व्यक्ति के शरीर का सबसे बड़ा अंग त्वचा होती है। ये ऐसी पहली परत है जो सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है। लेकिन जब हम अपनी त्वचा की रक्षा नहीं करते है तो कील, मुहासे, झुर्रियां, महीन रेखाएं, काले धब्बे होने लगते है। जिसकी वजह से शकल सूरत खराब दिखने लगती है।
रोज सुबह कर ले बस ये तीन काम –
रोजाना सुबह उठ कर योग में हलासन, कर्णपीड़ासन, सर्वांगासन और शीर्षासन जैसे आसनों को करना चाहिए। ऐसा करने से चेहरे की चमक वापस आ जाती है। साथ ही ये बढ़ती उम्र से भी बचाने का काम करते हैं। इन आसनों की मदद से साइनस के छिद्रों को साफ किया जा सकता है। साथ ही तनाव भी इनसे दूर होते है। चलिए जानते है इन 3 योग आसन के बारे में –
हलासन –
इस आसन को पीठ के बल लेट कर किया जाता है। इसके लिए आप सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए। उसके बाद हथेलियों को बगल में फर्श पर रखें। फिर 90 डिग्री तक पैरों को ऊपर उठाए। आप फोटो में देख सकते है आपको केसा पोस्चर बनाना है।
आपको हथेलियों को फर्श पर मजबूती से दबाना होगा और पैरों को सिर के पीछे छोड़ना होगा। कुछ देर रुके और फिर वापस नार्मल हो जाए। इसमें आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि गर्दन में दर्द, स्पॉन्डिलाइटिस और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग इसे बिलकुल ना करें।
सर्वांगासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप पीठ के बल लेट जाएं। फिर बाजुओं को बगल में रखें। पैरों को फर्श से धीरे धीरे ऊपर उठाएं। और उन्हें आकाश की और रखे। सहारा देने के लिए हथेलियों को पीठ पर आप रख सकते है।
लेकिन इस योग को करने के लिए आपको ये बात ध्यान में रखना है कि कलाई, गर्दन या कंधे की समस्या वाले लोग ये ना करें। साथ ही थायरॉयड, लिवर या प्लीहा, ग्रीवा स्पॉन्डिलाइटिस, स्लिप डिस्क और हाई ब्लड प्रेशर या अन्य हृदय रोगों में, इस आसन को नहीं करना चाहिए।
मेडिटेशन
हमारे स्वस्थ के लिए मेडिटेशन सबसे जरुरी योग है। ये आपका शरीर स्वयं को ठीक कर सकता है। इसको करने के लिए आपको शांत जगह देखना होगी। उसके बाद मुद्रा जो आपको पिरामिड का आकार दे उसमें बैठना होगा। उसके बाद सांस लेना है और छोड़ना है। आपको बता दे, प्रत्येक श्वास के साथ, यह ढाल दुनिया की सभी सकारात्मक ऊर्जाओं का स्वयं में स्वागत करने की अनुमति देती है।