Travel: आपने अक्सर सुना होगा कि ‘पैसा सब कुछ खरीद सकता है’, लेकिन यह हमेशा सच नहीं होता। हालांकि, पैसे से हमें बहुत सारी भौतिक वस्तुएं और सुख सुविधा मिल सकती है, लेकिन इसके पास हमारे रिश्ते, सच्ची खुशी और मानसिक शांति को खरीदने की शक्ति नहीं होती, हालांकि आज इस आर्टिकल का मुद्दा थोड़ा अलग है।
आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए किसी रिश्ते के बारे में नहीं बताने जा रहे हैं, बल्कि हम आपको यह बताने जा रहे हैं, कि ऐसी कई खूबसूरत जगह है, जहां आप नहीं जा सकते, फिर चाहे आपके पास कितना भी पैसा क्यों ना हो। भारत में कुछ ऐसे खास जगह है जहां भारतीय नागरिकों को जाने की अनुमति नहीं है। यह स्थान सुरक्षा ऐतिहासिक या पर्यावरणीय कारणों से प्रतिबंधित है।
चोलामू झील
चोलामू झील जिसे त्सो ल्हामो भी कहा जाता है, सिक्किम के उत्तरी क्षेत्र में स्थित एक अत्यधिक प्रसिद्ध और शानदार झील है। यह झील समुद्र तल से लगभग 5,330 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिससे यह दुनिया की सबसे ऊंची जिलो में से एक मानी जाती है। त्सो ल्हामो का मतलब मठ की झील होता है जो इसके धार्मिक महत्व को दर्शाता है। चोलामू झील का दौरा आमतौर पर पर्यटकों के लिए प्रतिबंधित होता है क्योंकि यह सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है और सुरक्षा कारणों से यहां केवल कुछ विशेष अनुमति प्राप्त व्यक्तियों को ही जाने की अनुमति दी जाती है।
निकोबार द्वीप समूह
बैरन आईलैंड अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का एक अनोखा और रहस्मयी द्वीप है, जो भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी स्थल है। यह द्वीप समुद्र से कुछ दूरी पर स्थित है और यहां के ज्वालामुखी का लावा अक्सर समुद्र के पानी में मिलकर दृश्य बनाता है, जो बहुत ही आकर्षक होता है। बैरन आईलैंड को दूर से देखा जा सकता है लेकिन सुरक्षा और पर्यावरणीय कर्म से यहां पर जाने की अनुमति नहीं।
पैंगोंग त्सो झील
पैंगोंग त्सो झील भारत और चीन की सीमा पर स्थित एक खूबसूरत और प्रसिद्ध स्थल है जो अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह झील लद्दाख क्षेत्र में स्थित है और अपनी विशेषताओं के कारण पर्यटकों को आकर्षित करती है। हालांकि, झील का एक बड़ा हिस्सा चीन के कब्जे में है और भारतीयों के लिए इसके ऊपरी हिस्से में जाना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद झील के भारतीय हिस्से में पर्यटक जा सकते हैं और यहां के शांत वातावरण नीले पानी और आसपास के पहाड़ी दृश्य का आनंद ले सकते हैं।