Tulsi Plant Care: हिन्दू धर्म में हर घर में तुलसी का पौधा पाया जाता है। तुलसी में देवी का वास होता है। तुलसी को माता के रूप में पूजा जाता है, यही कारण है कि हर घर में तुलसी का पौधा लगाने की सलाह दी जाती है। लेकिन बदलते मौसम में तुलसी के पौधों को भी कई तरह की समस्याओं से गुज़रना पड़ता है। अब गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है, इस मौसम में तेज धूप, गर्म हवा और बार बार मिट्टी सूखने के कारण पौधा मुरझा जाता है।
गर्मियों के मौसम में अक्सर तुलसी की पत्तियां पीली नज़र आती है, कई बार पौधे की ग्रोथ भी रुक जाती है। ऐसे में लोगों की शिकायत रहती है कि हम पौधों की अच्छे से देखभाल कर रहे हैं इसके बावजूद भी पौधे में किसी प्रकार की ग्रोथ नज़र नहीं आ रही है। तुलसी के पौधे की देखभाल करने के लिए आपको बाज़ार में मिलने वाली खाद ख़रीदने की आवश्यकता नहीं है।

गर्मियों में तुलसी के पौधे की देखभाल के लिए क्या करें?
आज हम आपको एक ऐसी होम में खाद के बारे में बताने जा रहे हैं, आपको बस एक कप इस खाद का इस्तेमाल तुलसी के पौधों के लिए करना है। आपको कुछ ही दिनों में फ़र्क साफ़ नज़र आने लगेगा। सबसे ज़्यादा ख़ास बात यह है कि इस खाद को तैयार करने के लिए किसी भी तरह का ख़र्च करने की आवश्यकता नहीं है, साथ ही साथ ही यह खाद पूरी तरह से प्राकृतिक है। चलिए फिर इस खाद के बारे में जान लेते हैं।
तुलसी के पौधे के लिए घर पर कैसे बनाएँ खाद?
तुलसी के पौधे की अच्छी देखभाल करने के लिए आपको घर पर खाद बनाना है, इसके लिए दही, चाय पत्ती और हल्दी का इस्तेमाल करना होगा। दरअसल इन तीनों चीज़ों में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पौधों को तंदुरुस्त रखने में मदद करते हैं।
कैसे तैयार करें खाद?
- सबसे पहले एक बाल्टी में कम से कम एक लीटर पानी लें।
- अब इसमें कम से कम एक चम्मच दही को अच्छी तरह से मिक्स करें।
- इसके बाद इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती, को भी बाल्टी में डाल दें।
- इसके बाद चुटकी भर हल्दी को बाल्टी में डालें और एक लकड़ी की मदद से इन्हें अच्छी तरह से मिक्स करें।
- अब इस मिश्रण को कम से कम 24 घंटे के लिए ऐसा ही रहने दें।
- समय पूरा होने के बाद यह खाद बनकर तैयार हो जाएगी अब आप इसे तुलसी के पौधों में डाल सकते हैं।
तुलसी के पौधे में कैसे डाले खाद?
- इस खाद का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले, उसी के पौधे की मिट्टी को हल्की हल्की खोद लें।
- इसके बाद एक कब तैयार की गई खाद को मिट्टी में डाल दें।
- इस घोल को हफ़्ते में एक बार तुलसी के पौधों में ज़रूर डालना चाहिए।