>> अगर आपका पटा बेलन कहीं से टूट गया है तो उसका उपयोग तुरंत बंद कर दें। ऐसा पटा बेलन घर में लड़ाई का या किसी तनाव का कारण बना सकता है।
>> जब आपकी रोटियां पूरी सिंक जाएं तो पटा बेलन को साफ जरूर करें। कभी भी गंदा पटा बेलन वापस जगह पर न रखें। गंदा पटा बेलन आपकी आर्थिक स्थिति को खराब कर सकता है।
>> रात में रोटी बनाने के बाद अगर आप पटा बेलन धुलने में रखते हैं तो ये भी गलत है। सबसे पहले तो ये ध्यान रखें कि कभी पटा बेलन गंदे और जूठे बर्तनों के साथ न रखें। हो सके तो इसे खुद ही धोकर वापस रखें या फिर बाकी जूठे बर्तनों से जरूर अलग रखें।
>> रोटी बनाते समय पटा बेलन से कभी आवाज न आए ये भी ध्यान रखें। आवाज करने वाला पटा बेलन दुर्भाग्य लेकर भी आ सकता है।
>> अगर पटा बेलन खरीदने की जरूरत पड़ती है। तो इन्हें कभी मंगलवार या शनिवार को न खरीदें। इस दिन खरीदे गए पटा बेलन धन हानि लेकर आ सकते हैं। बुधवार और गुरुवार को पटा बेलन खरीदना शुभ होता है।
>> पटा बेलन उल्टा करके भी नहीं रखे जाने चाहिए। इससे घर के लोगों के संबंध खराब होते हैं।
>> रोटी बनाने के बाद अगर आप पटा या बेलन पर रोटी चिपकी रह जाती है तो उसे तुरंत साफ कर दें। पटा ऐसे ही रखा रहने से आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है।
>> गीले पटा बेलन का भी उपयोग न करें। रोटी बनाने से पहले पटा और बेलन दोनों को कपड़े से पोंछ कर सुखा लेना बेहतर होगा।
>> दुर्भाग्य और धनहानि से बचने के लिए काले रंग के पटा बेलन का उपयोग न करें। इससे शनि दोष भी बढ़ता है।
>> पत्थर की जगह लकड़ी का पटा बेलन इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा होता है। लकड़ी का पटा बेलन पत्थर के पटा बेलन से ज्यादा शुभ माना गया है।
>> एक बार उपयोग करने के बाद पटा बेलन को दोबारा कभी बिना धोए उपयोग न करें। ऐसा करने से वास्तु दोष बढ़ता है।
*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।