भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हम सभी ने कभी न कभी प्याज के आंसू रोए होंगे। प्याज काटते ही आंसू आना इतना स्वाभाविक लगने लगा है कि हम ये जानने की कोशिश भी नहीं करते कि ऐसा आखिर होता क्यों है। आखिर प्याज में क्या बात है जो वो सबको रुला देता है। हमारी रसोई का ये एक सबसे जरुरी हिस्सा है और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें आयरन, फोलेट, पोटेशियम और विटामिन-सी व बी6 का अच्छा स्रोत होता है। साथ ही इसमें मैंगनीज भी होता है, जो सर्दी-जुकाम से बचाव करता है। प्याज मधुमेह को रोकता है, एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है, ये शरीर की सूजन में भी फायदेमंद है और पाचन तंत्र बेहतर करने के साथ कई तरह से गुणकारी है।
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अब चलते है प्याज के उस खास गुण की तरफ..जो हर किसी की आंख में आंसू ले आता है। दर्सल प्याज में एमीनो एसिड सल्फॉक्साइड और सल्फेनिक एसिड नाम के केमिकल होते हैं। इनसे मिलकर सिन प्रोपेनथियॉल एस-ऑक्साइड बनता है। इसकी तीखी भाप से आंखों के लेक्राइमल ग्लैंड उत्तेजित होते हैं और आंसू निकलते हैं। जब हम प्याज काटते हैं तो लेक्राइमेट्री-फैक्टर सिंथेस एंजाइम हवा में मिल जाता है। इसके बाद यह एंजाइम सल्फेनिक एसिड में बदल जाता है। ये आंखों में इरिटेशन का कारण बनता है और आंसू निकनले शुरु हो जाते हैं।
यूं तो सभी को प्याज काटने पर आंसू आते हैं, लेकिन किसी किसी के साथ ये समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में आप कुछ उपाय कर सकते हैं जिनसे राहत मिल सके। आप जहां प्याज काट रहे हैं वहां कैंडल या लैम्प जला लें। इससे प्याज से निकलने वाली गैस उस तरफ चली जाएगी। आसपास चलने वाले पंखे बंद कर दें…पंखे की हवा से ये तेजी से फैलती है। प्याज के ऊपरी हिस्से को काटकर पंद्रह बीस मिनिट इसे पानी में भिगो दें, इससे उसमें मौजूद सल्फ्यूरिक कंपाउंड पानी में घुल जाता है। प्याज काटने से पहले पंद्रह मिनिट उसे फ्रिज में भी रख सकते हैं। एक मजेदार तरीका ये भी है कि आप ग्लासेस पहन लें, इससे भी काफी राहत मिल सकती है।