पूर्व सीएम ने आंदोलन का किया ऐलान, कृषि मंत्री कमल पटेल ने दी तीखी प्रतिक्रिया

खरीफ फसल

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून (Agricultural law) के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 43वां दिन भी जारी रहा। इसी बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार (central government) को घेरने के लिए किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है। कमलनाथ ने खुद छिंदवाड़ा से आंदोलन करने का ऐलान किया है। इसके अलावा मुरैना में किसान सम्मेलन का आयोजन (Kisan Sammelan organized) किया जाएगा। इस दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ ने राजभवन (Raj Bhavan) का भी घेराव करने का ऐलान किया है। वहीं कांग्रेस द्वारा आंदोलन का ऐलान करने के बाद मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) ने पलटवार किया है।

किसानों को गुमराह कर रही कांग्रेस : कृषि मंत्री


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।