कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) ने कहा कि कौन कांग्रेसी किसान नहीं चाहेगा कि उसको प्रॉपर्टी का मालिकाना हक (Property ownership) मिले, कौन किसान कांग्रेसी नहीं चाहेगा कि उसका बेटा उद्योगपति बने, उसको भी सब्सिडी का फायदा (Benefit of subsidy) मिले। कांग्रेस ने तो दिया नहीं भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार दे रही है और इसीलिए पूरे देश का किसान चाहे वह कांग्रेसी हो सभी भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के साथ खड़ी है। कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही हैं। और इसलिए घबराई हुई है कि मोदी जी ने 5 साल में गरीबों का दिल जीता है, हर वर्ग का दिल जीता और इसीलिए वह पुनः सरकार में आए हैं।
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बीजेपी सरकार गरीबों को बना रही आत्मनिर्भर
मंत्री कमल पटेल ने कहा कि अब जब गांव में रहने वाले किसानों और गरीब वर्ग को मालिकाना हक मिल रहा है तो पूरे गांव का गरीब, जो झोपड़ी में रहता था उन्हें पक्का मकान बनवा कर दिया जा रहा है। साथ ही उन्हें रोजगार के लिए लोन भी दिया जा रहा है, जिसमें ब्याज में छूट मिलेगी। वहीं सब्सिडी भी दी जा रही है, जिससे गरीब वर्ग भी अब अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा। आगे मंत्री ने कहा कि जब गांव का गांव किसान व गरीब आत्मनिर्भर हो जाएगा तो वहां कांग्रेस घुस नहीं पाएगी, जिससे उन्हें वोट भी नहीं मिलेंगे। इसीलिए कांग्रेस घबराई हुई है।
सभी किसान बीजेपी के साथ है : कृषि मंत्री
उन्होंने कहा कि ‘मोदी जी ने चमत्कार कर दिया है और आने वाले चुनाव में बीजेपी एक तरफा जीतेगी। जितने भी बीजेपी विरोधी पार्टियां हैं वह सभी एक हो गई है और सभी अंतिम लड़ाई लड़ने में लगे हुए हैं। इसीलिए जब दीपक जलता है और उसमें तेल खत्म हो जाता है तो वह आखरी में भभकता है, तो यह सब भभकना ही है। ये सभी बूझने वाले हैं और खत्म होने वाले हैं। मंत्री ने कहा कांग्रेस मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत और कमल युक्त भारत। क्योंकि कमल का फूल खुशहाली व समृद्धि का प्रतीक है। इसलिए जब से देश में कमल खिला है, तब से चारों ओर विकास कार्य हो रहा है, सभी खुश हैं।’
MP में कांग्रेस ने किया किसान आंदोलन का ऐलान
बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा करते हुए दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मध्यप्रदेश में भी आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है। जिसके तहत पूरे मध्यप्रदेश में 15 जनवरी से किसान 2 घंटे का चक्का जाम करेंगे। 16 जनवरी को स्वयं कमलनाथ छिंदवाड़ा में किसान आंदोलन में शामिल होंगे। 20 जनवरी को मुरैना जिले में किसान महापंचायत का आयोजन होगा। वहीं 23 जनवरी को किसानों द्वारा राजभवन का घेराव करने का ऐलान किया गया है।