कृषि मंत्री कमल पटेल की जबान फिसली, भरी सभा में राहुल गांधी को कहा मंदबुद्धि, देखिये वीडियो

kamal patel

अलीराजपुर, यतेंद्रसिंह सोलंकी। कांग्रेस की आलोचना करते-करते कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture minister Kamal patel) की जबान ऐसी फिसली कि उन्होने मीडिया के सामने खुलेआम राहुल गांधी ((Rahul Gandhi) को मंदबुद्धि कह दिया। इतना ही नहीं, कांग्रेस को घेरते हुए उन्होने राहुल गांधी को पप्पू भी कह डाला। इसी के साथ उन्होने कृषि कानून को लेकर कांग्रेस को खुली चुनौती दी है।

कृषि मंत्री ने राहुल गांधी को कहा मंदबुद्धि

दरअसल, कृषि मंत्री कमल पटेल अपने पूरे परिवार के साथ नर्मदा परिक्रमा पर निकले हैं। परिक्रमा करते हुए वे अलीराजपुर पहुंचे और सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद उन्होने मीडिया से बात की। इस दौरान राहुल गांधी के एक ट्वीट का जिक्र करते करते कृषि मंत्री की जबान कुछ ऐसी फिसली कि वो राहुल को मंदबुद्धि कह बैठे। वे यहीं नहीं रुके, बीजेपी की प्रशंसा और कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होने राहुल गांधी को पप्पू भी कह डाला। इस तरह मंत्रीजी ने राजनीति में भाषा का लिहाज ताक पर रख दिया।

कृषि कानून को लेकर कांग्रेस को खुली चुनौती

वहीं कमल पटेल ने कांग्रेस को खुली चुनौती दी है कि वो बताएं कि कृषि कानून में क्या कमियां है। उन्होने कहा कि मै जब डिबेट के लिए जाता हूं कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, बृजेंद्र सिंह राठौर, सचिन यादव से पूछता हूं कि वे इन कृषि कानून के नाम बता दें, लेकिन उन्हें नाम तक नहीं पता होता। कमल पटेल ने कहा कि मैंने उनसे कहा कि वे बता दें कि आखिर इस कानून में काला क्या है वे बता दें, हम इसकी कमी दूर कर देंगे। कमल पटेल के मुताबिक कांग्रेसी नेताओं को कृषि कानून के नाम तक नहीं पता है। वहीं, कृषि मंत्री ने चुनौती दी कि किसी में जिले में किसानों को इकट्ठा कर कांग्रेस कृषि कानून की कमियां बताए और हम उसकी अच्छाई बताएंगे। फिर किसान तय करेंगे कि वो किसके साथ है। इसी के साथ उन्होने ये दावा भी किया कि कई कांग्रेस नेता भी कह रहे हैं कि कृषि कानून अच्छे हैं।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News