अलीराजपुर, यतेन्द्रसिंह सोलंकी। मध्यप्रदेश पटवारी संघ (Madhya Pradesh Patwari Association) के प्रांतीय आव्हान पर अलीराजपुर जिले (Alirajpur) में भी पटवारी संघ भी विगत 10 अगस्त से कलमबंद, पूर्णकालिक हड़ताल (strike) पर है। इससे पहले प्रदेश के प्रत्येक जिले, तहसील स्तर पर पटवारी संघ द्वारा डेढ़ महीने पहले से ही अपनी वर्षो पूर्व से लंबित मांगो को लेकर ज्ञापन देकर सरकार को हड़ताल की चेतावनी दी थी। किन्तु कोई चर्चा न होने से अब प्रदेश भर में पटवारी हड़ताल (Patwari strike) पर है।
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गौरतलब है कि अपनी मांगो को लेकर जिलामुख्यालय पर जिलेभर के पटवारी सारे कार्य छोड़कर बैठे है। जिसे देखकर आज अलीराजपुर जिले के विधायक मुकेश पटेल धरना स्थल पर पहुंचे और नैतिक समर्थन देकर पटवारी संघ की जायज मांगो का समर्थन दिया। साथ ही कहा कि वो अपने पत्र के माध्यम से भी सरकार से अनुरोध करेंगे कि आपकी मांग-वेतनमान 2800 करने को लेकर शिवराज सरकार (Shivraj Government) द्वारा 2007 से आश्वस्त कर धोखा दिया है। जिसे हमारी सरकार पूरी करने वाली थी किन्तु बीच में ही धोखे से सरकार गिरा दी गयी। विधायक पटेल के साथ आये युवा नेता पुष्पराज पटेल ने भी कहा कि वर्तमान में समस्त अधिकारी कर्मचारी पीड़ित है और अपने हक के जायज मांगो को लेकर हड़ताल पर है जिससे किसान,मजदूर परेशान है।
विधायक ने आगे कहा कि पटवारी 15 दिनों से हड़ताल पर है। रोज सैकड़ो किसान मेरे पास आकर कार्य करवाने के लिए मांग कर रहे है किंतु प्रशासन ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कि। जिससे किसान परेशान है। राजगढ़ जिले में बाढ़ की वजह से फसल बर्बाद हो गयी और मुआवजे के लिए किसान कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहे है। किंतु शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। और अपनी जिद की वजह से किसानों का नुकसान करवा रहे है। पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष नितेश अलावा ने कहा कि पटवारी संघ 22 वर्षो से वेतनमान-2800 को लेकर संघर्ष कर रहा है,नए पटवारी साथियों में CPCT अनिवार्यता खतम करने,ओर जिलास्तरीय ट्रांसफर करने की मुख्य मांगो को लेकर हड़ताल पर बैठे है। मंगलवार को पटवारी संघ की हड़ताल का समर्थन करने राजस्व निरीक्षक संघ जिला अलीराजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद दोहरे भी आये और पटवारी संघ की मांगों को लेकर समर्थन दिया।
जिलाध्यक्ष नितेश अलावा ने आगे बताया कि रोज सुबह-सुबह किसानों का जमावड़ा पटवारी ऑफिस ओर घरों के बाहर लग रहा है। जाती प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, नामांतरण, बटवारे, रजिस्ट्री, न्यायालय प्रकरण, गिरदावरी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुआवजे प्रकरण से लेकर समस्त अन्य 52 विभागों के कार्य जिसमे पटवारी की मुख्य भूमिका है जो प्रभावित हो रहे है। और जिसके कारण आमजन, किसान परेशान होकर आक्रोशित हो रहा है। हमारी सवेंदना उनके साथ है किन्तु हम जब तक प्रदेश स्तर पर कोई ठोस परिणाम नहीं आता, मांगे पूरी नहीं होती तब तक हम पीछे नही हटेंगे और हड़ताल जारी रहेगी।