अलीराजपुर, यतेंद्रसिंह सोलंकी। जिले के जोबट में कांग्रेस द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में बुधवार को कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Jitu patwari) ने जिला प्रशासन के अधिकारियों की जमकर क्लास ली। मंच से आदेशात्मक भाषा में एसडीएम (SDM) को बुलाने का फरमान सुनाते हुए जीतू ने कहा कि यदि अधिकारी नहीं आए तो वह खुद एसडीएम कार्यालय पहुंच जाएंगे।
जीतू पटवारी के कहने पर जब एसडीओपी और तहसीलदार वहां पहुंचे तो उन्होने कहा कि एक आदिवासी महिला कलावती भूरिया (Kalawati bhuriya) के लिए यदि कोई कहता है कि हाथ काट देता हूं तो कौन सी धारा लगती है। अधिकारियों द्वारा धारा 523 आईपीसी का जिक्र करने पर उन्होंने कहा कि क्या आपने यह धारा लगाई ? इतना ही नहीं अधिकारियों से उन्होंने यह भी कहा कि जब कलावती भूरिया को यह धमकी मिली थी कि उनके नाक कान काट दिए जाएंगे तो फिर हत्या के प्रयास की धारा 307 क्यों नहीं लगाई गई ? सामान्य वर्ग के व्यक्ति ने जब धमकी दी और आदिवासी महिला को धमकी दी तो क्यों एट्रोसिटी एक्ट (atricity act) नहीं लगाया गया। अधिकारियों पर जमकर नाराज होते हुए जीतू ने पूछा कि ये कानून का राज है या फिर तालिबानी राज है। हालांकि बाद में बात को संभालते हुए उन्होने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के कारण ही लोकतंत्र चलता है और हम सब आपके साथ हैं, लेकिन आप लोगों ने दबाव के कारण हल्की-फुल्की धाराएं लगाकर आदिवासी महिला के साथ अन्याय किया है।

उन्होंने शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) से सवाल करते हुए कहा कि यह है आपका माफियाओं के खिलाफ अभियान ? इस तरह से दो आंखों से माफियाओं को देखते हैं आप। यह है आपकी पुलिस, यह है आपका प्रशासन। मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि कलावती भूरिया की जगह अगर उनकी बहन बेटी होती तो वे क्या करते ? उन्होंने तहसीलदार (Tehsildar) और एसडीओपी (SDOP) को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 24 घंटे में धाराएं नहीं लगी तो खुद कमलनाथ (Kamalnath) कलेक्टर ऑफिस में आएंगे।