अलीराजपुर,यतेन्द्रसिंह सोलंकी
जिले में अधिकारी और कर्मचारियों को राजनैतिक दवाब में परेशान किया जा रहा, कलेक्टर राजनैतिक दबाव में मनमाने निर्णय ले रही हैं, ये आरोप लगाया है विधायक मुकेश पटेल ने। उनका कहना है कि राजनैतिक दबाव में कलेक्टर ने सोंडवा के तहसीलदार का तबादला कर दिया और अपात्र लोगो को बीईओ और बीआरसी पद से नवाजा गया है। वहीं सहायक आयुक्त से चार्ज छिनकर डिप्टी कलेक्टर को सौंप दिया है।
कोरोना महामारी के इस दौर में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने पर ध्यान देने के बजाय जिले की कलेक्टर द्वारा राजनैतिक दवाब में अधिकारी और कर्मचारियों को स्थानांतरित करने और अपात्र लोगों को बीआरसी और बीईओ का प्रभार सौंपकर मनमाने निर्णय लगातार लिए जा रहे है। ये आरोप है विधायक मुकेश पटेल का। उनका कहना है कि ऐसे में अधिकारी और कर्मचारियों में हताषा और निराशा का माहौल है। ऐसे ही एक मामले में कलेक्टर ने सोंडवा तहसीलदार निर्भयसिंह पटेल का तबादला सिर्फ इसलिए कर दिया कि उन्होने दबाव में आकर एक चौकीदार को नहीं हटाया था। जिसके कारण उन्हें कलेक्टर के कोप का भाजन बनना पड़ा। यदि कलेक्टर ने अधिकारी और कर्मचारियों को अनावशयक रूप से परेशान करना बंद नहीं किया तो जनता के हित और विकास के लिए हमें आंदोलन के लिए मजबूर होना पडेगा। ये बात विधायक मुकेश पटेल ने गुरूवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कही है।
विधायक ने कहा कुछ दिनो पहले आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त मीना मंडलोई से चार्ज लेकर एक डिप्टी कलेक्टर जो परीविक्षा अवधि में है उनको चार्ज सौंपकर विभाग का मुखिया बना दिया गया। जबकि सहायक आयुक्त के पद पर मीना मंडलोई कार्य संभाल कर शिक्षा व्यवस्था पर लगातार ध्यान दे रही थी। वहीं जिले में कई पात्र शिक्षक होने के बावजूद भी शासन के दिषा निर्देषों की धज्जियां उडाते हुए अपात्र लोगों को जोबट, सोंडवा, चंद्रशेखर आजाद नगर में बीआरसी व बीईयों के पद पर नवाज दिया गया। इस प्रकार राजनैतिक दवाब में कलेक्टर द्वारा मनमाने निर्णय लेकर बेहतर कार्य करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को हतोत्साहित किया जा रहा है।
विधानसभा में उठाएंगे विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मुद्दे
विधायक पटेल ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में इस मुददे सहित क्षेत्र के कई अन्य ज्वलंत समस्याओं और मुद्दों के संबंध में विधानसभा में प्रश्न करेंगे। जिले में आला अधिकारी जनता की समस्याएं हल करने और विकास कार्य करने के बजाय राजनैतिक दबाव में आकर मनमाने निर्णय लेकर जनता के लिए परेशानी का सबब बन रहे है। आज तक कलेक्टर ने जिले में कोई उल्लेखनीय विकास कार्य करने की बात तक नहीं की है और न ही इस संबंध में कोई कार्ययोजना प्रस्तावित की है।