अलीराजपुर।
मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में पुलिस द्वारा नाबालिग समेत पांच युवकों से बर्बरता पूर्वक मारपीट करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने थाने का घेराव कर दिया औऱ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। घटना की सूचना मिलते ही एसपी ने नानपुर थाना प्रभारी सहित तीन आरक्षकों को निलंबित कर दिया। इसके बाद भी जिला कांग्रेस अध्यक्ष के साथ ग्रामीणों ने रैली निकाल मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने का आवेदन एसपी को दिया।
दरअसल, विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर नानपुर के पांच आदिवासी युवक फाटा डेम गये थे। वहां उनकी नानपुर पुलिस के साथ कुछ कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ी कि युवकों और पुलिस के बीच विवाद हो गया।इसके बाद नानपुर पुलिस ने पांचों युवकों के खिलाफ अपराध दर्ज कर युवकों को गिरप्तार कर लिया। इस दौरान उनके साथ जमकर मारपीट की गई और पेशाब पिलाया गया। मामले की जानकारी लगते ग्रामीणों थाने पहुंचे और जमकर हंगामा करते रहे।इस दौरान उनके साथ विधायक मुकेश पटेल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष ओम राठौर सहित अन्य नेता भी थाने पहुंचे और घेराव किया औऱ जमकर नारेबाजी की।जानकारी लगते ही एसपी विपुल श्रीवास्तव, जोबट एसडीओपी आरसी भाकर नानपुर पहुंचे । इसके बाद पीड़ित युवकों को मेडिकल व इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जहां उन्हें भर्ती कर लिया गया।
इधर कांग्रेस नेताओं, पीड़ित युवकों के परिजनों और ग्रामीणों ने सिनेमा चौराहे से एसपी कार्यालय तक रैली निकालकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पश्चात एसपी कार्यालय में एसपी को आवेदन सौंपकर आरोपी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। एसपी को सौंपे गए आवेदन में आवेदक कैलाश पिता वेस्ता निवासी खारकुआं ने बताया कि मेरे पुत्र आदित्य, राहुल पिता भेरूसिंह, नीतेश पिता राजू, विकास पिता कैलाश और यशवंत पिता बलवंत को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। 12 बजे से टीआई दिनेश चौंगड़, आरक्षक विजय, राहुल, मनोहर व एक अन्य ने बुरी तरह मारपीट की।
इतना ही नही परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटे सहित सभी को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। उनसे चलते भी नहीं बन रहा था। जब उन्होंने पीने के लिए पानी मांगा तो मूत्र पिलाया गया। मामले में थाना प्रभारी और तीन आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं युवकों पर भी पुलिस ने मारपीट के मामले में प्रकरण दर्ज किया है। विधायक व कांग्रेसियों ने गृहमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की।