मुरैना, संजय दीक्षित। पूर्व मुरैना सांसद एवं पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (Anoop Mishra) ने शराब बंदी को लेकर लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि अगर वन विभाग, खनिज विभाग और ट्रांसपोर्ट विभाग के बैरियर हो सकते हैं तो एक्साइज के बैरियर क्यों नहीं हैं, इसके भी बैरियर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि अवैध शराब के खिलाफ कड़ाई से कार्रवाई होनी चाहिए जरुरत पड़े तो वैध शराब की दुकानों की संख्या बढ़ानी चाहिए। अवैध रेत खनन के सवाल पर पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (Anoop Mishra) ने कहा कि कोई भी ये स्थिति चाहता कि हमको ये लगे कि वो रेत मफिया नहीं आतंकी है और हम उसे गोली मारने के लिए बैठे हैं।
मुरैना के पूर्व सांसद एवं मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (Anoop Mishra) ने मुरैना में रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नशामुक्ति के लिए एक अभियान चलाना चाहिए यह बात सही है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कड़ाई से पालन नहीं किया जाना चाहिए। अवैध शराब बेचना भी दंडनीय अपराध है। इस पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। कोई व्यक्ति अपने शौक के लिए कोई काम कर रहा है अगर वो गलत है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वन विभाग, खनिज विभाग और ट्रांसपोर्ट के बैरियर हो सकते हैं तो एक्साइज के भी बैरियर होने चाहिए। जिससे अवैध शराब पर अंकुश लग सके। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश और राजस्थान की सीमा सील नहीं है। सीमा खुली हुई है। नदी में नाव के द्वारा गांव के रास्ते भी अवैध शराब का परिवहन हो रहा हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश, राजस्थान के एक्साइज मिनिस्टर और उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर संयुक्त अभियान चलाने की आवश्यकता है ।